राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Free Bone marrow transplant: कोटा के 7 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का होगा जयपुर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट, सरकार उठाएगी खर्च - 7 Thalassemia Kota kids patient bone marrow transplant in Jaipur

कोटा के 7 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का चयन फ्री बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए हुआ है. इसका पूरा खर्चा सरकार उठाएगी. बच्चों को 6 महीने जयपुर में रहकर बोन मैरो ट्रांसप्लांट करवाना (Free Bone marrow transplant of 7 Thalassemia patients in Jaipur) होगा. इन बच्चों की पूरी स्क्रीनिंग हो गई है और इनका एचएलए टाइपिंग टेस्ट भी मैच हो गया है.

Free Bone marrow transplant of 7 Thalassemia patients in Jaipur
कोटा के 7 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का होगा जयपुर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट

By

Published : Apr 7, 2022, 3:52 PM IST

Updated : Apr 8, 2022, 12:06 AM IST

कोटा.राज्य सरकार की घोषणा के तहत कोटा के 7 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का चयन फ्री बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए हुआ है. इनका बोन मैरो ट्रांसप्लांट जयपुर में होगा. इसका पूरा खर्च सरकार (7 Thalassemia Kota kids patient bone marrow transplant in Jaipur) उठाएगी. इन बच्चों की स्क्रीनिंग हो गई है और इनका एचएलए टाइपिंग टेस्ट भी मैच हो गया है.

अब सरकार के निर्देश पर निजी अस्पताल इन बच्चों को एक-एक कर बुलाएगा और जल्द ही इनका बोन मैरो ट्रांसप्लांट होगा. चिकित्सकों के मुताबिक एक बोन मैरो ट्रांसप्लांट में 20 से 50 लाख रुपए तक का खर्चा आता है. यह जानकारी कोटा ब्लड बैंक सोसायटी ने गुरुवार को मीडिया से साझा की. सोसायटी के सचिव राजकुमार जैन ने बताया कि जयपुर के निजी मेडिकल कॉलेज की टीम कोटा आई थी. उन्होंने सोसायटी के साथ जिले के अन्य ब्लड बैंक व अस्पतालों में रजिस्टर्ड थैलेसीमिया के 75 बच्चों की स्क्रीनिंग की. जिनमें से 7 बच्चों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए चयनित किया है. अब बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए इन्हें जयपुर जाना होगा. जहां पर इनके रहने-खाने से लेकर जरूरी दवाइयों के साथ सब सुविधाएं सरकार की तरफ से निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी.

कोटा के 7 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों का होगा जयपुर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट

पढ़ें:जयपुरः थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए युवाओं ने बढ़-चढ़कर किया रक्तदान

इन बच्चों को अपने पेरेंट्स के साथ करीब 6 महीने तक जयपुर में ही रहना होगा. सोसायटी के अध्यक्ष प्रेमचंद बाठला ने बताया कि सोसायटी को इस साल 25 वर्ष हो रहे हैं और वह सिल्वर जुबली मना रहे हैं. ऐसे में इन थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को बीमारी से छुटकारा मिलेगा, यह अच्छी बात है. कोटा ब्लड बैंक सोसायटी के मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. प्रवीण शंकर झा ने बताया कि इन बच्चों में 3 से लेकर 10 साल तक के बच्चे हैं. ये बच्चे कोटा के अलग-अलग ब्लड बैंकों में थैलेसीमिया के लिए रक्त चढ़ाने के लिए आ रहे हैं. इनमें रितेश, अंतिमा, महेश कुमावत, मिशा, निहारिका, समायरा और दीपिका शामिल हैं.

पढ़ें:मेरा प्रमाण पत्र मेरा सम्मान : चिकित्सा विभाग की नई पहल, थैलेसीमिया और हीमोफीलिया मरीजों को जारी होंगे दिव्यांग प्रमाण पत्र

यह होंगे रजत जयंती पर कार्यक्रम:सोसायटी के अध्यक्ष ने बताया कि रजत जयंती पर इस साल अलग-अलग आयोजन किए जाएंगे. आगामी 10 अप्रैल को 5 किलोमीटर की जागरूकता दौड़ आयोजित होगी. इसके अलावा स्कूली बच्चों के लिए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित होगी. बच्चे घर और स्कूल से पोस्टर बनाकर ब्लड बैंक सोसाइटी में जमा करवाएंगे और इन्हें 12 अप्रैल को प्रदर्शनी में लगाया जाएगा व विजेता को पुरस्कृत किया जाएगा. उसके बाद पोस्टर की नीलामी से प्राप्त राशि जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा के लिए दी जाएगी. वहीं बीते 25 सालों से लगातार हो रहा रक्तदाता सम्मान समारोह 13 अप्रैल को आयोजित होगा. जिसमें 150 संस्थाओं का अभिनंदन किया जाएगा. थैलेसीमिया डे पर 8 मई को इससे पीड़ित बच्चों का टैलेंट शो व रैंप वॉक आयोजित होगी.

Last Updated : Apr 8, 2022, 12:06 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details