कोटा. एसीबी ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फॉरेस्ट विभाग के 2 कर्मचारियों को 4 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है. ट्रेप हुए फॉरेस्ट गार्ड और कैटल गार्ड ने यह रिश्वत ट्रेक्टर चालक से मिट्टी और रेती के अवैध खनन के लिए ली थी.
रिश्वत लेते फॉरेस्ट गार्ड और कैटल गार्ड गिरफ्तार एसीबी की इस कार्रवाई के बाद पूरे फॉरेस्ट विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. कार्रवाई को अंजाम देने वाले कोटा एसीबी के एडिशनल एसपी चंद्रशील ने बताया कि पिछले काफी समय से यह दोनो ट्रेक्टर चालकों से अवैध खनन करने के बदले पैसा उगाह रहे थे.
कोटा एसीबी को एक परिवादी नीरज मीना ने शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया था कि उसे अपने घरेलू कार्य हेतु कुछ रेती ट्रेक्टर ट्रॉली में भरकर ले रहा था. जिसपर घटाना वन चौकी पर तैनात कैटल गार्ड ने उसे फोनकर ट्रेक्टर बन्द करने की धमकी देकर दस हजार रुपयों की मांग की थी.
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ऐसे में एसीबी ने सत्यापन करवाया. सत्यापन के दौरान कैटल गार्ड दिनेश मीणा ने 1 हजार रुपये लिए और बाकी रुपये लेकर बुधवार को चौकी पर बुलवाया था. जिसपर परिवादी नीरज मीना 4 हजार रुपये लेकर वन चौकी घटाना पहुंचा तो वहां कैटल गार्ड दिनेश मीणा और फॉरेस्ट गार्ड मुकेश चंद ने 4 हजार रुपये लेकर अपनी टेबल के मेजपोश के नीचे रख लिए.
वहीं पहले से घात लगाए बैठी एसीबी को टीम ने दोनो को दबोच लिया. कार्रवाई के बाद अवैध खननकर्ताओं और वनकर्मियों में हड़कंप मच गया है.एडिशनल एसपी चंद्रशील ने बताया कि यह पूरा मामला बेहद गंभीर है क्योंकि यह इलाका राष्ट्रीय घड़ियाल अभ्यारण का इलाका है.
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जहां पर किसी भी तरह की गतिविधियां प्रतिबंधित है और ऐसे में खुद वनकर्मियों द्वारा ही इस इलाके से अवैध खनन करवाया जा रहा था. फिलहाल एसीबी मामले में अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच में जुटी हुई है. वहीं पकड़े गए दोनो वनकर्मियों के आवासों की तलाशी ली जा रही है.