JoSAA Counselling 2022: GFTI से स्टूडेंट्स का मोहभंग, 50 हजार से ज्यादा रैंक पर भी मिल रही CS ब्रांच
जोसा काउंसलिंग के आंकड़े बताते हैं कि GFTI की इंजीनियरिंग व आर्किटेक्चर सीटों पर प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों का मोहभंग हो गया (Computer science branch in GFTI) है. फिलहाल कंप्यूटर साइंस जैसी लोकप्रिय इंजीनियरिंग ब्रांच भी JEE MAIN 2022 की 50 हजार से अधिक ऑल इंडिया रैंक पर उपलब्ध है. हालांकि स्टूडेंट्स दूसरे ब्रांच को तरजीह दे रहे हैं.
JoSAA Counselling 2022: GFTI से स्टूडेंट्स का मोहभंग, 50 हजार से ज्यादा रैंक पर भी मिल रही CS ब्रांच
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Published : Oct 6, 2022, 7:36 PM IST
कोटा. ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JoSAA Counselling 2022) की काउंसलिंग के जरिए गवर्नमेंट फंडेड टेक्निकल इंस्टिट्यूट (GFTI) में जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN 2022) के परिणाम के आधार पर एडमिशन दिया जा रहा है. हालांकि काउंसलिंग के आंकड़ों के अनुसार GFTI की इंजीनियरिंग व आर्किटेक्चर सीटों पर प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों का मोहभंग होना सामने आ रहा (Few takers of CS branch in GFTI) है.
वर्तमान में कंप्यूटर साइंस जैसी लोकप्रिय इंजीनियरिंग ब्रांच भी JEE MAIN की 50 हजार से अधिक ऑल इंडिया रैंक (AIR) पर भी उपलब्ध है. जबकि विद्यार्थी दूसरी NIT में और ब्रांच भी अच्छी AIR पर ले रहे हैं. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि JoSAA Counselling के राउंड 3 के तहत सीट आवंटन परिणामों का विश्लेषण किया जाए तो पता लगता है कि उत्तराखंड के गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार, छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर, पंजाब के संत लोगोंवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, जम्मू एवं कश्मीर के श्रीमाता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी कटरा व छत्तीसगढ़ के स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी भिलाई जैसे राष्ट्रीय संस्थानों की इंजीनियरिंग व आर्किटेक्चर सीटों पर प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों की कोई विशेष रूचि नहीं है.
शर्मा ने बताया कि सीट आवंटन के आंकड़ों से यह साफ हो जाता है कि राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की कंप्यूटर-साइंस के स्थान पर NIT सिल्चर, सिक्किम, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल-प्रदेश, मणिपुर व मिजोरम जैसे सुदूर संस्थानों में इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल यहां तक की सिविल इंजीनियरिंग में प्रवेश लेना बेहतर समझते हैं. शर्मा का मानना है कि सारा खेल ब्रांडिंग और टैग का है. एनआईटी व ट्रिपलआईटी के ब्रांड व टैग ने GFTI को हाशिए पर ला दिया है. भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर कोई प्रयत्न नहीं किए हैं.
JoSAA Counselling में GFTI की कंप्यूटर साइंस ब्रांच में ओपनिंग क्लोजिंग रैंक:
संस्थान
ओपनिंग रैंक
क्लोजिंग रैंक
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार
33136
58612
गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर
30701
49692
संत लोगोंवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी, पंजाब
12212
46353
श्रीमाता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी, कटरा
35440
57556
स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी, भिलाई
39232
51634
सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, अजमेर
34623
39183
ब्रांडिंग में इंटरनेशनल शब्द का महत्व: शर्मा का कहना है कि राष्ट्रीय संस्थानों की कंप्यूटर साइंस जैसी ब्रांच में स्टूडेंट्स की रुचि नहीं है. ऐसे में इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल व सिविल इंजीनियरिंग की स्थिति और निचली रैंक की होगी. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, अजमेर की भी ऐसी ही स्थिति है. जबकि कुछ GFIT में प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों का खासा रुझान है. क्योंकि इन संस्थानों के नाम में इंटरनेशनल जुड़ा हुआ है. इससे लगता है कि ब्रांडिंग में इंटरनेशनल शब्द के होने का अलग महत्व है. आंकड़ों का गणित बताता है कि छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में स्थित इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी की स्थिति कई एनआईटी संस्थानों के समान व बेहतर है. इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी भुवनेश्वर की स्थिति भी अच्छी है.