कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और अन्य संस्थाएं इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थानों के शैक्षणिक सत्र को पटरी पर लाने की कोशिश कर रही हैं. संस्थान मध्य जुलाई से अगस्त के शुरूआती हफ्ते तक लगातार इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम कराने की तैयारी कर रहे हैं.
इन परीक्षाओं के एक साथ होने के कारण विद्यार्थी और उनके अभिभावक पसोपेश में हैं. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार 16 जुलाई से 6 अगस्त तक एक-दो दिन छोड़कर लगातार विभिन्न इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन होना है.
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि 19 और 26 जुलाई ही ऐसी तारीखें हैं जिस दिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा. इसके अलावा 16 जुलाई से 6 अगस्त तक लगातार एंट्रेंस एग्जाम हैं. कोविड-19 के बाद निश्चित तौर पर विद्यार्थियों को अभिभावकों के लिए इस तरह का टाइट शेड्यूल सुविधाजनक भी हो सकता है.
देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन से लेकर बिटसेट, डब्ल्यूबी-जेईई और आईएसआई-कोलकाता सभी राष्ट्रीय स्तर की इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाएं हैं. विद्यार्थी जेईई मेन के अतिरिक्त सेकंड-ऑप्शन के तहत इन प्रवेश परीक्षाओं में सम्मिलित होते हैं. परीक्षा केंद्र अलग-अलग शहरों में होने के कारण इन सभी प्रवेश परीक्षाओं में सम्मिलित होना विद्यार्थियों के लिए मुश्किल कार्य होगा. देव शर्मा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को जेईई मेन के फोर्थ अटेम्प्ट घोषित तिथियों 27 जुलाई से 2 अगस्त पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है.
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का कार्यक्रम