कोटा.प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 3 अक्टूबर को ऑनलाइन कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड आयोजित होगी. प्रवेश परीक्षा के आयोजन में मात्र 3 दिन बचे हैं. विद्यार्थी व अभिभावकों का परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खड़गपुर द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 3 अक्टूबर को ऑनलाइन कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड से आयोजित की जानी है. परीक्षा के लिए एजुकेशन एक्सपर्ट ने अहम टिप्स भी दिए हैं. विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्वेश्चन पेपर्स अटेम्प्ट करने की करने की तकनीकी बारीकियों को समझना होगा.
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तकनीकी बारीकियों को समझें...
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि जेईई एडवांस्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर पेपर 1 व पेपर 2 दो मॉक टेस्ट पेपर्स उपलब्ध है. विद्यार्थियों को इन ऑफिशियल माॅक टेस्ट पेपर्स का उपयोग अपने शैक्षणिक ज्ञान की परख के लिए नहीं करना है, लेकिन ऑनलाइन क्वेश्चन पेपर्स अटेम्प्ट करने की करने की तकनीकी बारीकियों को समझने के लिए करना है.
ऑप्शन को सिलेक्ट करना सीख सकते हैं...
विद्यार्थी ऑफिशियल मॉक टेस्ट पेपर्स के माध्यम से लॉगइन कर क्वेश्चन पेपर की डिफॉल्ट लैंग्वेज को सिलेक्ट करना, किसी क्वेश्चन की लैंग्वेज समझ नहीं आने पर, लैंग्वेज बदलने के ऑप्शन का उपयोग कर प्रिफरड लैंग्वेज को सेलेक्ट करना. यानी किसी भी क्वेश्चन की लैंग्वेज को सुविधा अनुसार हिंदी से इंग्लिश या फिर इंग्लिश से हिंदी में परिवर्तित करना, क्वेश्चन को आंसर करने के पश्चात सेव एंड नेक्स्ट ऑप्शन का उपयोग करना, यदि यह महसूस होता है कि सेव किया गया ऑप्शन ठीक नहीं है तो उसे 'क्लियर' कर फिर से अन्य ऑप्शन को सिलेक्ट करना सीख सकते हैं.
मात्र 10 से 15 मिनट में ही इनके उपयोग की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं. देव शर्मा ने बताया कि परीक्षा प्रारंभ होने से समाप्त होने के 180 मिनट के अंतराल में सबमिट ऑप्शन डीएक्टीवेटेड रहेगा. सबमिट ऑप्शन ऑटो मोड पर परीक्षा समाप्ति के बाद स्वत: ही एक्टिव हो जाएगा. जिससे विद्यार्थी के साल्व किया गया क्वेश्चन पेपर ऑटोमेटिकली सबमिट हो जाएगा.
अनिश्चितता ही खास बनाती है जेईई एडवांस्ड को...
क्वेश्चन पेपर पेटर्न की अनिश्चितता ही जेईई एडवांस्ड की इस परीक्षा को खास बनाती है. जेईई एडवांस्ड के क्वेश्चननपेपर में 'टाइप ऑफ क्वेश्चंस' से लेकर 'नंबर ऑफ क्वेश्चंस' व 'मार्किंग-पैटर्न' में सब कुछ अनिश्चित होता है. अनिश्चितता की इस स्थिति में परीक्षार्थी की 'शीघ्र व सही' निर्णय लेने की क्षमता का सटीक आंकलन होता है. देव शर्मा ने बताया कि जेईई एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा वास्तविकता में विद्यार्थी की डिफरेंट सिचुएशन में अपनी सब्जेक्ट नॉलेज को एफिशिएंटली अप्लाई करने की कैपेबिलिटी का टेस्ट है.
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टाइप आफ क्वेश्चंस से लेकर सब कुछ अनिश्चित...
जेईई एडवांस्ड 2021 प्रवेश परीक्षा में ऑब्जेक्टिव, सिंगल ऑप्शन करेक्ट, ऑब्जेक्टिव-मल्टीपल ऑप्शन करेक्ट, न्यूमेरिक रिस्पॉन्स, कॉलम-मैचिंग व कांप्रीहेंशन-बेस्ड क्वेश्चन्स पूछे जा सकते हैं. कालम मैचिंग क्वेश्चंस भी वन टू वन और वन टू मल्टी मैचिंग टाइप संभव हैं. न्यूमेरिक रिस्पांस क्वेश्चंस भी सिंगल इंटीजर टाइप या अन्य प्रकार के हो सकते हैं. बीते साल वर्ष 2020 में पेपर-1 व पेपर-2 दोनों में ही 54 - 54 प्रश्न थे. दोनों में मिलाकर 108 प्रश्न पूछे गए थे. पेपर-1 व पेपर-2 दोनों ही 198-198-अंको के थे। जिससे पूरा पेपर 396 अंक का था. बीते वर्ष 2019 में प्रश्नों की संख्या तो वर्ष 2020 के जितनी ही अर्थात 108 थी, लेकिन पूर्णांक 372 थे.
इस तरह का हो सकता है जेईई एडवांस का पेपर...
देव शर्मा ने बताया कि वर्ष 2021 के क्वेश्चन पेपर पेटर्न के बारे में यदि तार्तिक कयास लगाए जाएं, तो सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन व स्टेट बोर्ड्स के बारहवीं बोर्ड परीक्षा का सिलेबस रिड्यूस किए जाने के कारण जेईई एडवांस्ड 2021 के क्वेश्चन पेपर में 'चॉइस' दिए जाने की संभावना है. क्वेश्चन पेपर के विभिन्न विषयों के विभिन्न भागों में ओवर आल या फिर इंटरनल चॉइस दी जा सकती है. देव शर्मा ने बताया कि जहां तक प्रश्न पत्र के डिफिकल्टी लेवल का सवाल है वह तकरीबन वर्ष 2019 व 2020 जैसा ही होगा.