कोटा.माफियाओं और संगठित अपराधों को रोकने के लिए अब हर जिला स्तर पर पुलिस की एक विशेष टीम तैयार हो रही है. जिसमें 15 सदस्य होंगे. यह संगठित अपराधों को रोकने के लिए काम करेंगे. साथ ही माफिया और जितनी भी गैंग संचालित हो रहीं हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
बता दें, कि कोटा रेंज में 5 जिले आते हैं. ऐसे में 5 टीमें गठित की गई है. जिनका सुपरविजन खुद कोटा रेंज के डीआईजी रविदत्त गौड़ करेंगे. इसके लिए अलग से सेल कोटा रेंज आईजी ऑफिस में बनाई गई है. इसमें कोटा शहर, कोटा ग्रामीण, बारां, झालावाड़ और बूंदी की विशेष टीम शामिल है. इन सभी टीमों की ट्रेनिंग सोमवार से कोटा ग्रामीण के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में होगी. जहां पर पांचों जिलों के एसपी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही कोटा रेंज के प्रभारी और एडीजी श्रीनिवास जंगा भी कोटा पहुंचेंगे. इसके बाद उस टीम को झालावाड़ में भी ट्रेनिंग दी जाएगी.
तस्करी के नेटवर्क और माफियाओं को खत्म करना उद्देश्य
डीआईजी रविदत्त गौड़ ने बताया, कि संगठित अपराध जो पहले हुए हैं या अब हो रहे हैं. उनके बारे में इन्वेस्टिगेशन करना और राय देने का काम टीम करेगी. रेंज में कितने माफिया और कितनी गैंग्स संचालित हो रही है. इनके गैंग लीडर और सदस्य कौन-कौन हैं, वह किस तरह से एक्टिविटी चला रहे हैं. जेल में बंद हैं या वांटेड हैं या फिर फरार चल रहे हैं. इन सब पर जानकारी निकाली जाएगी. हाड़ौती में अधिकांश भूमाफिया या खनन माफिया सक्रिय हैं. इसके अलावा तस्करों पर भी यह टीमें कार्रवाई करेगी.
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