कोटा.जेके लोन अस्पताल (jk lone hospital kota) में बुधवार को नवजात की मौत के बाद हंगामा हो गया. परिजनों ने अस्पताल के अधीक्षक की टेबल पर मृत नवजात के शव को रख दिया और पूछा कि हमारा नवजात कैसे मरा. इसके पहले परिजन मृत नवजात के शव को कलेक्ट्रेट भी लेकर गए थे. लेकिन वहां स्टाफ ने परिजनों को कलेक्टर से मिलने नहीं जाने दिया. जब मामले की सूचना कोटा कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने अस्पताल से पूरे मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.
पढ़ें: फिर आतंक मचाएगा पाकिस्तानी टिड्डी दल, जानें राजस्थान में कब होगा Locust Attack
इधर, जेके लोन अस्पताल में करीब ढाई घंटे तक हंगामा चलता रहा. हंगामे की सूचना पर बड़ी संख्या में आरएसी के जवान और नयापुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को समझाया. एमबीएस चौकी प्रभारी मुकेश गोचर ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि जेके लोन अस्पताल में हंगामा हो रहा है. जब वे मौके पर पहुंचे तो पता चला कि डीसीएम इंदिरा गांधी नगर निवासी माधुरी को 8 जून दोपहर 1 बजे के अस्पताल में भर्ती कराया था. जिसकी बुधवार को नॉर्मल डिलीवरी हुई. लेकिन नवजात मृत पैदा (dead baby birth in jk lone hospital kota) हुआ. जिसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया.
डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप
मृत नवजात की दादी कमला ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से ऑपरेशन करने के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने ऑपरेशन नहीं किया. अस्पताल की नर्से भी उससे नवजात के जन्म पर पैसे मांग रही थी. दादी का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ अपने जानने पहचानने वालों का ही अच्छे से उपचार करते हैं. बाकि लोगों को वो अपने हाल पर छोड़ देते हैं. मृत नवजात के दादा महावीर नामा ने बताया कि जैसे ही उन्हें नवजात की मौत की सूचना मिली वो अस्पताल पहुंचे. यहां पहुंचने पर उन्हें अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने उन्हें घेर लिया और उनके साथ बदतमीजी की.