कोटा.कोविड-19 के लगातार मरीज कोटा में कम होते जा रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र समेत कई जगहों पर कोविड 19 के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है. यह चिंता कोटा में भी काफी हद तक परेशान करने वाली है, क्योंकि कोटा में भी देश भर से कोचिंग पढ़ने के लिए बच्चे आते हैं और आने शुरू भी हो गए हैं.
मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन के सीनियर प्रोफेसर डॉ. मनोज सलूजा ने बताया कि जो स्ट्रेन पहले से भारत में है, उनमें यूके, साउथ एशियन और इसके अलावा एक दो स्ट्रेन हैं. अभी महाराष्ट्र के अलावा देश के अलग हिस्सों में कोविड-19 के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. साथ ही नए स्ट्रेन भी कम्युनिटी में एक्टिव हुए हैं. इसीलिए नए केसेज ज्यादा देखने को मिल रहे हैं, कोटा में स्टूडेंट आने लग गए हैं. पढ़ाई भी जरूरी है और कोटा की इकोनॉमी के लिए कोचिंग भी जरूरी है. सब कुछ चलाना भी है और सब कुछ बचाना भी है.
नाखून का कलर बदल रहा, शरीर और रेशेज भी
पहले के स्ट्रेन में जुखाम, बुखार के अलावा सांस लेने में दिक्कत होती थी. इसके साथ ही सूंघने की शक्ति और जीभ स्वाद भी खत्म हो जाता था, अब जो नए स्ट्रेन नए लक्षण जुड़े हैं, इसमें आंखों में कंजंक्टिवाइटिस देखने को मिल रहा है. इन्फ्लेमेशन आंखों में होने से लालपन हो जाता है. गले में ज्यादा दर्द रहता है. सिर दर्द व बदन दर्द भी इस स्ट्रेन से पीड़ित व्यक्ति में अलग नजर आता है. साथ ही डायरिया की शिकायत भी हो रही है. शरीर में जगह जगह अलग-अलग निशान और रेशेज हो रहे हैं. वहीं नाखून का कलर भी बदल जाता है, काले या नीले हो जाते हैं.