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अब बच्चे खो चुके पिता की गुहार, हमारे तो चिराग बुझ गए..लेकिन किसी और के साथ ना हो अनहोनी

बीते दिनों कोटा के टैगोर नगर स्थित प्लॉट में भरे पानी में डूबने से दो मासूम भाइयों की मौत हो गई थी. इसके बाद लोगों ने प्लॉट मालिकों पर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही प्लॉट को ऊंची दीवार से घरने की मांग की है. अब तक प्लॉट में भरे पानी से कई बच्चों की जान जा चुकी है.

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प्लॉट में भरे पानी में कई बच्चों की जा चुकी है जान

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Published : Sep 5, 2020, 10:00 AM IST

कोटा. जिले में बीते दिनों टैगोर नगर में प्लॉट में भरे पानी में डूबने से दो मासूम भाइयों की मौत हो गई थी. इसके बाद पीड़ित परिजनों ने बताया कि उसके तो चिराग बुझ गए हैं, लेकिन और हादसे नहीं हो इसके लिए प्रशासन को प्लॉट मालिको से कहकर गड्ढें को भरवाना चाहिए, जिससे और घरों के बच्चे इसका शिकार नहीं हो. बताया जा रहा है कि इन प्लॉट में हो रहे गड्ढों पर प्रशासनिक अमले का कोई ध्यान नहीं जा रहा है.

प्लॉट में भरे पानी में कई बच्चों की जा चुकी है जान

कई लोगों की हो चुकी है मौत

कोटा में हर साल प्लॉट में भरे पानी और अवैध खदानों में डूबने से कई बच्चों की मौत हो चुकी है. ऐसे में भी आला अधिकारियों के कानों में जूं तक नही रेंग रही है. कोटा और आस पास के इलाकों में अवैध खनन और यूआईटी के द्वारा काटे गए प्लॉट में गहरे गड्ढे हो रहे हैं, जिनकी गहराई दस से बारह फिट है, जिसमें बारिश का पानी भरा रहने से इनकी गहराई का अनुमान नहीं लगाया जा सकता, जिसके चलते पानी मे डूबने से कई लोगों की मौते हो चुकी है.

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शहर के आस पास टैगोर नगर, चाणक्य पूरी, स्वामी विवेकानद, सुभाष नगर और अनंतपुरा में पुरानी अवैध खदानें है, जिसमे यूआईटी ने प्लानिंग काटी हुई है, जिसमे प्लॉट में दस से बारह फिट पानी भरा रहता है. मंगलवार को टैगोर नगर निवासी कलीम के दोनों बेटे अफरोज ओर असलम खेलते खेलते प्लॉट में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी. वहीं दोनों मासूमो की मौत के बाद कलीम का तो परिवार ही उजड़ गया.

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इस पर कलीम का कहना है कि प्रशासन की इस प्रकार की लापरवाही से मेरा तो परिवार ही उजड़ गया, लेकिन यूआईटी को इस ओर ध्यान देकर इन पर कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे बच्चे डूबने से बचे. कलीम के भाई कलाम ने बताया कि इसमें कम से कम पांच फीट की बाउंड्री करा दें, ताकी और कोई इसमें नहीं आए.

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टैगोर नगर निवासी बदरुद्दीन ने बताया कि प्रशासन ने जिसको भी भूखंड दिया है, उसको भूखंड मालिक कोई देख रेख नहीं कर रहे हैं. तीन साल पहले भी यूआईटी ने भूखंड धारकों को नोटिस के बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. इसी कारण दोनों बच्चों का यहां डूबने से मौत हुई है.

भूखंड मालिकों पर कार्रवाई

पुलिस जांच के बाद ही निष्कर्ष के रूप में सामने आएगा कि यह भूखंड किसके हैं. फिलहाल पुलिस ने मामले में 174 मर्ग दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. वहीं आरकेपुरम थाना पुलिस का कहना है कि मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी हैं. भूखंड किसका है, इसका भी पता लगाया जाएगा. जिसके उपरांत आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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गौरतलब है कि टैगोर नगर निवासी कलीम के दोनों बेटे अफरोज और असलम मंगलवार शाम घर से खेलने निकले थे. दोनों बेटे घर के पास ही खेल रहे थे. करीब 8 बजे तक दोनों बच्चे घर के आसपास ही खेल भी रहे थे. इसके बाद दोनों बच्चे घर नहीं लौटे. परिजनों और पड़ोसियों ने उनकी तलाश शुरू की उसके बाद एक खाली प्लॉट में गहरे गड्ढे में पानी में दोनों का शव मिला.

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