कोटा.सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने अब घोषणा की है कि साल 2022-23 सत्र की बोर्ड की परीक्षाओं का आयोजन 15 फरवरी 2023 से किया जाएगा (CBSE board exams 2023 date declared). यह सब देश की शिक्षा व्यवस्था और शैक्षणिक सत्र को वापस पटरी पर लाने की कवायद के तहत किया गया है. इस सबके समय पर होने के चलते नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की तरफ से आयोजित देश के सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईईमेन और मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी भी समय से हो सकेगी.
कोविड-19 के 2 सालों के बाद देश में शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर गई है. परीक्षाएं लंबे समय तक चलती है. इस साल भी राजस्थान में कॉलेजों में प्रवेश की तिथि दो बार बढ़ा दी गई, लेकिन सीबीएसई का परिणाम जारी नहीं हुआ था. ऐसे में लाखों विद्यार्थियों पर प्रवेश लेने का भी संकट बना हुआ था. इसी तरह से मेडिकल और एंट्रेंस एग्जाम भी पेपर देरी हो रहे हैं. देश के मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में नया शैक्षणिक सत्र महीनों की देरी से चल रहा हैं. इन सब को वापस पटरी पर लाने की कयावद चल रही. इसी को लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने अब घोषणा की है कि साल 2022-23 सत्र की बोर्ड की परीक्षाओं का आयोजन 15 फरवरी 2023 से किया जाएगा.
कोटा के एजुकेशन एक्सपोर्ट देव शर्मा ने बताया कि बोर्ड ने हाल ही में जारी की गई सूचना में बताया गया है कि कोविड-19 के दुष्प्रभावों से उबरने के बाद शिक्षा व्यवस्था व शैक्षणिक सत्र 2022-23 को पटरी पर लाए जाने के लिए यह कदम उठाया गया है. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) के तहत स्कूली शिक्षा को कोंपीटेंसी बेस्ड बनाए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस कड़ी में सिर्फ टीचिंग लर्निंग ही नहीं, एग्जामिनेशन व एसेसमेंट प्रेक्टिसेज में भी बदलाव किए गए हैं. CBSE बोर्ड 2023 की परीक्षाओं में 'कांपीटेंसी' व 'एप्लीकेशन ऑफ नॉलेज बेस्ड क्वेश्चंस' की संख्या बढ़ाएगा. इस तरह के प्रश्नों से स्टूडेंट्स की 'कंसेप्ट्स' को विभिन्न 'ज्ञात व अज्ञात' परिस्थितियों में अप्लाई करने की क्षमता का आंकलन किया जाएगा. NEP 2020 का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की विषयों को 'रटने' की प्रवृत्ति को समाप्त करना है.