कोटा.केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने पूरे पिछले वित्तीय वर्ष में 21 कार्रवाई करते हुए 34 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा भारी मात्रा में नशीले पदार्थों या फिर नशे में उपयोग की जाने वाली सामग्री जब्त की है. जिनकी कीमत 25 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है. हालांकि यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में दोगुनी से ज्यादा कीमत हो सकती है.
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के उपायुक्त विकास जोशी का कहना है कि छापेमारी या मुखबिर सूचना पर यह कार्रवाई की गई है. यह अधिकांश कार्रवाई कोटा, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा व सवाई माधोपुर जिलों में की गई है. इसके अलावा पिछले साल 33145 अफीम उत्पादन के लिए पट्टे जारी किए गए थे. इनमें 2768 हेक्टेयर भूमि पर अफीम की खेती की गई थी. जिसमें से एक लाख 60 हजार किलो अफीम का उत्पादन हुआ है. इस पूरी अफीम को एकत्रित करते हुए नीमच फैक्ट्री भेज दिया है. जहां पर उसका उपयोग किया जाएगा.
उत्पादन स्थल से जितनी दूरी उतनी ज्यादा कीमत
नशीले पदार्थों की तस्करी लंबे समय से अवैध रूप से किया जा रहा है. इसमें कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है, लेकिन नशे का नेटवर्क अभी भी काफी फैला हुआ है. इसमें जहां पर उत्पादन होता है, उसके आसपास के जिलों में तो कीमत कम होती है. ऐसे में यहां के लोग उन्हें ले जाकर बड़े शहरों या दूसरे राज्यों में तस्करी के जरिए बेच देते हैं. ऐसे में स्थानीय स्तर पर काफी कम कीमत पर यह मिल जाता है. वहीं जहां सप्लाई होना होता है. उसमें दूरी के अनुसार काफी पैसा मिलता है. ऐसे में इसका परिवहन भी धड़ल्ले से अपराधी कर रहे हैं.
पढ़ें-हनुमानगढ़ : अवैध पिस्टल और जिंदा कारतूसों सहित एक गिरफ्तार