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Brainstem Tumor Surgery: 4 साल के बच्चे का ब्रेन स्टेम ऑपरेशन कर निकाली गांठ, दिया नया जीवन - Brainstem tumor surgery of kid in MBS Hospital

कोटा के एमबीएस अस्पताल में एक 4 साल के बच्चे का ब्रेन स्टेम ऑपरेशन किया (Surgery for Brainstem Tumor in Kota MBS Hospital) गया. हाड़ौती में इतने कम उम्र के बच्चे का पहली बार ब्रेन स्टेम ऑपरेशन किया गया है. अब बच्चा स्वस्थ है और आराम से खा-पी रहा है. आगे के इलाज के लिए बच्चे को कैंसर रोग विभाग में रेडियोथैरेपी के लिए भेज दिया जाएगा.

Brainstem tumor surgery of kid in MBS Hospital
4 साल के बच्चे का ब्रेन स्टेम ऑपरेशन कर निकाली गांठ, दिया नया जीवन

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Published : Jun 8, 2022, 6:57 PM IST

कोटा.एमबीएस अस्पताल में 4 वर्षीय बालक के मस्तिष्क का ऑपरेशन कर ट्यूमर निकाला गया है. यह ऑपरेशन मस्तिष्क के ब्रेन स्टेम में किया गया है. इस तरह से हाड़ौती में पहली बार इतनी कम उम्र के बच्चे का ब्रेन स्टेम ऑपरेशन किया गया (Brainstem tumor surgery of kid in MBS Hospital) है. ऑपरेशन के एक माह बाद अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है. वह मुंह से खा-पी रहा है और उसकी ऑक्सीजन भी हटा दी गई है.

ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक:बच्चे के मस्तिष्क से निकाली गई गांठ के टुकड़े की बायोप्सी में सामने आया है कि यह एक ब्रेन स्टेम पाइलोसिटिक एस्ट्रोसाइटोमा है. ऐसे में मरीज को एक-दो दिनों में अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाएगा. साथ ही आगे के ट्रीटमेंट के लिए कैंसर रोग विभाग में रेडियोथैरेपी के लिए भेज दिया जाएगा. ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों में न्यूरो सर्जरी के डॉ एसएन गौतम, डॉ बनेश जैन, डॉ कनिष्क गोयल, डॉ कल्प शांडिल्य, एनेस्थीसिया के डॉ मनोज सिंघल और डॉ खुशबू मालव शामिल हैं. वही पीडियाट्रिक्स की डॉ सुनीता खंडेलवाल, डॉ सुभाष पलसानिया, डॉ सोनिया, डॉ लिपिता, डॉ अंजली व डॉ चंदन शामिल हैं.

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लकवा, बेहोशी और दौरे की हालत के हुआ था भर्ती: न्यूरो सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ एसएन गौतम ने बताया कि बीते ढाई महीने से शरीर के दाहिने हिस्से में कमजोरी, लकवा, बुखार, दौरे के साथ बेहोशी की हालत में 13 अप्रैल, 2022 को जेके लोन अस्पताल में सुल्तानपुर निवासी 4 वर्षीय नैतिक बैरवा को भर्ती करवाया था. बच्चे को लगातार दौरे आ रहे थे, जिसको चिकित्सकीय शब्दावली में स्टेटस एपिलेप्टिकस कहते हैं. मरीज के दौरे नियंत्रित करने के बाद उसका सीटी स्कैन करवाया गया. जिसमें ब्रेन के स्टेम में गांठ का होना पाया गया. इसका दिमाग पर प्रेशर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ था. प्रेशर को कम करने के लिए न्यूरो सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने मरीज को वीपी शंट डाला.

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वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा: ब्रेन स्टेम में ही दिल व सांस की गति के कंट्रोल सेंटर होते हैं. बच्चे को बचाना भी चुनौती थी. बच्चे को करीब 10 दिन वेंटिलेटर और 20 दिन तक ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. उसे जीवन रक्षक और संक्रमण रोकने के लिए दवाइयां दी गईं. मरीज की एमआरआई जांच में ट्यूमर का पता लगा. इसका ऑपरेशन गत 5 मई को एमबीएस के न्यूरो सर्जरी विभाग में किया गया और ट्यूमर को निकाला गया. उसके बाद बच्चा जेके लोन अस्पताल में ही 1 महीने तक पोस्ट ऑपरेटिव केयर के लिए भर्ती रखा गया.

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