कोटा.भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने के लिए मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया कोटा पहुंचे. उन्होंने इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए राज्यसभा चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग पर कहा कि पूर्व विधायक शोभारानी का चैप्टर खत्म हो गया है. उन्होंने पार्टी के व्हिप के खिलाफ मतदान किया और उन्हें निलंबित कर दिया.
कोटा में भाजपा की एक अल्पसंख्यक पार्षद के नूपुर शर्मा के बयान से आहत होकर इस्तीफा देने के सवाल पर पूनिया ने कहा (Poonia on minority councilor resign in Kota) कि भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती है कि यहां पर 36 कौम के लोगों को अभिव्यक्ति की आजादी है. इबादत की आजादी है, लेकिन कुछ कालखंड में कुछ परिस्थितियों में लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं और यह एक्सेप्शनल होती है. पूरे भारत और जनता की आवाज नहीं है. जो भी इस देश में पैदा हुआ है और देश की गाएगा व खाएगा. इस्तीफे व बयान पर कहा कि यह छोटे-मोटे मामले होते हैं. कोटा संभाग में भाजपा को जनसंघ के समय जनाधार और जनमत मिलता रहा है. पार्टी के 2023 के मिशन का आगाज यहीं से होगा.
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कोशिश सब करते हैं:पूनिया ने कहा कि राज्यसभा के चुनाव का कार्यकर्ता के मनोबल से कोई लेना देना नहीं है. सिंगल प्रेफरेंशियल ट्रांसफरेबल वोट होता है. संख्या बल के आधार पर तय था कि भारतीय जनता पार्टी के एक, कांग्रेस की दो और एक पर संघर्ष था. सुभाष चंद्रा को मैदान में उतारने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि पिछली बार भी हम अपने बैनर पर लड़े थे. जहां पर हमारे प्रत्याशी को 30 वोट मिले थे, चुनाव जीतने की कोशिश सब की होती है. चंद्रा का मानना था कि वे मीडिया जगत से जुड़े हुए हैं, इसलिए बहुत सारे लोगों से साम्यता है. हालांकि आरएलपी के अलावा हमें किसी ने समर्थन नहीं दिया.