कोटा. जेके लोन अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत पर शुक्रवार को भाजपा के पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत अस्पताल पहुंचे. इस दौरान अस्पताल में एंट्री को लेकर राजावत की सुरक्षाकर्मयों से बहस हो गई. राजावत ने बच्चों की मौत को लेकर प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया और एक साल बाद भी हालात नहीं सुधरने पर चिकित्सा मंत्री से इस्तीफे की मांग की.
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पढे़ं:जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर ओम बिरला ने कहा- मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा
भवानी सिंह राजावत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले साल दो दर्जन से अधिक बच्चों की मौत के बात प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने अस्पताल का दौरा किया था लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं. खुद चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल का दौरा किया था और सुविधाओं को ठीक करने के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके पिछले 24 घंटों में 9 बच्चों की मौत हो जाती है. यह सरकार की घोर लापरवाई है. इसके लिए चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जेके लोन में मध्यप्रदेश तक के बच्चे इलाज के लिए लाए जाते हैं. इसके बाद भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.
ओम बिरला ने क्या कहा
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यहां बच्चों की मौत से मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा है. उन्होंने कहा कि मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन से जानकारी ली है और अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा की जाएगी. उसके बाद राज्य सरकार से बात कर इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा.