कोटा.नगर निगम चुनाव में दोनों ही पार्टियों को बागियों ने परेशान किया हुआ है. शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने अपने 23 बागियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. जिनमें दो पूर्व पार्षद भी शामिल हैं. इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारी हैं, जो निर्दलीय ही चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें कोटा उत्तर नगर निगम से 10 और दक्षिण से 13 को निष्कासित किया है.
बीजेपी ने बागियों पर की कार्रवाई पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासन की घोषणा करते हुए कोटा की प्रभारी किरण माहेश्वरी ने कहा कि अभी तो उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों को ही निष्कासित किया है. अगले क्रम में जो कार्य करता है, वह भी बगावत कर मैदान में उतरे हैं. उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. उन्हें 72 घंटे का समय दिया गया है, ताकि वे अधिकृत पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में रिटायर हो जाएं.
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जिन बागियों पर कार्रवाई की गई है, उनमें कोटा उत्तर नगर निगम से चुनाव लड़ रहे पूर्व पार्षद राकेश पुटरा, सुनील शर्मा, तेजपाल वर्मा, जतिन कुमार लोधा, नरेश, इरशाद अली, विशाल सुमन, राजेंद्र मेहरा व शकुंतला बैरवा शामिल हैं
वहीं दक्षिण नगर निगम में सुनील गौतम, कमल सिंह यदुवंशी, नरेश कुमार प्रजापति, बुद्धि प्रकाश जांगिड़, जयराज सिंह, पूर्व पार्षद ओम गुंजल, सुरेश धाकड़, महावीर नागर, खेमचंद शाक्यवाल, मनोज कुमार वर्मा, निर्मला, भानु प्रताप व बलराम शामिल हैं.
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मीडिया ने जब किरण माहेश्वरी से पूछा कि जिन बागी बनकर चुनाव लड़ रहे पदाधिकारियों पर कार्रवाई हुई है, उनके पीछे और भी बड़े नेता लगे हुए हैं. ऐसे में उन्होंने इस बात से साफ इंकार कर दिया. साथ ही माहेश्वरी ने कहा कि टिकट वितरण से लेकर बागियों पर एक्शन तक सभी लोगों की सहमति से हुआ है. उसमें पार्टी के विधायक, पूर्व विधायक, पदाधिकारी और शीर्ष नेतृत्व तक शामिल हैं.