राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक से बीजेपी का वॉक आउट, कांग्रेस पार्षदों ने निभाई विपक्ष की भूमिका

नगर निगम कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक आयोजित हुई, इसमें भाजपा के पार्षदों ने एजेंडे में महापौर को बोर्ड की प्रदत्त शक्तियां सौंपने का एजेंडा नहीं होने पर वॉकआउट कर गए. इसके बाद केवल कांग्रेसी पार्षद और निर्दलीय ही बैठक में मौजूद रहे, उन्होंने ही विपक्ष की भूमिका निभाई. बीजेपी पार्षदों के वॉकआउट पर महापौर राजीव अग्रवाल ने कहा कि भाजपा पार्षदों का वॉकआउट गलत था. बोर्ड की बैठक पूरे नियम से हुई है. पिछले बोर्ड में भी पहली बैठक 2 महीने के अंतराल में हुई थी.

Kota South Municipal Corporation meeting, कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक से बीजेपी का वॉक आउट
कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक से बीजेपी का वॉक आउट

By

Published : Jan 9, 2021, 8:54 AM IST

कोटा.नगर निगम कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक आयोजित हुई, इसमें भाजपा के पार्षदों ने एजेंडे में महापौर को बोर्ड की प्रदत्त शक्तियां सौंपने का एजेंडा नहीं होने पर वॉकआउट कर गए. इसके बाद केवल कांग्रेसी पार्षद और निर्दलीय ही बैठक में मौजूद रहे. उन्होंने ही विपक्ष की भूमिका निभाई.

कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक से बीजेपी का वॉक आउट

इस दौरान विपक्ष की भूमिका में बैठे निर्दलीय पार्षदों ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए. साथ ही कहा कि अभी भी वार्डों में सफाई प्रॉपर ढंग से नहीं हो रही है. टिपर लेकर सफाई कर्मी नहीं पहुंच रहे हैं. इसके अलावा पार्षदों ने निगम के गैराज से लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन होने वाले कार्यों पर भी सवाल उठाया.

वहीं, पार्षदों ने जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ भवन निर्माण की स्वीकृति के मुद्दे को भी जमकर उठाया. साथ ही वार्डों में होने वाले एक लाख के निर्माण कार्यों को लेकर भी कुछ पार्षदों ने मुद्दा उठाया, जिनका एक ही जवाब अधिकारियों ने दिया कि अधिकांश के टेंडर लगा दिए गए हैं, कुछ के टेंडर प्रक्रियाधीन हैं. इनके संबंध में कार्य जारी है. दरअसल, जिस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार किया है. उसी के प्रस्ताव को उपमहापौर पवन मीणा ने रखा. जिस पर मौजूद कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने समर्थन किया.

कोटा दक्षिण की बोर्ड बैठक से बीजेपी का वॉक आउट

यह भी पढ़ेंःकेंद्रीय कृषि कानून में कोई बाध्यता नहीं, जो व्यक्ति जिस सिस्टम को चाहे अपना सकता है : राठौड़

बोर्ड की बैठक खत्म होने के बाद महापौर राजीव अग्रवाल ने कहा कि भाजपा पार्षदों का वॉकआउट गलत था. बोर्ड की बैठक पूरे नियम से हुई है. पिछले बोर्ड में भी पहली बैठक 2 महीने के अंतराल में हुई थी. मुझे नहीं लगता है कि पहले के बोर्ड की पहली बैठक 10 दिन में मीटिंग हो गई हो. पिछली बार भी इसी तरह से हुआ था. पहली मीटिंग परिचय के लिए होती है और उसी में सभी शक्तियां महापौर को देते हैं. इसके लिए एजेंडे में अलग से नहीं रखा जाता है. बीजेपी को ऐसा नहीं करना चाहिए था. अध्यक्ष की सहमति से उस मुद्दे को रखा भी जा सकता था.

वहीं, विपक्ष की भूमिका कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने निभाई इस सवाल के जवाब में महापौर ने कहा कि ऐसा नहीं है, छोटी-मोटी समस्याएं हैं वह बताई है, सब पर वर्किंग चल रही है. अधिकारी पूरा जवाब नहीं दे पाए इस सवाल पर महापौर अग्रवाल ने कहा कि अधिकारियों ने जानकारी दी है और जो पार्षदों के सुझाव हैं वे भी जोड़े हैं.

यह भी पढ़ेंःदिल्ली में राजस्थान भाजपा की सियासत को लेकर हुआ महामंथन, नड्डा के साथ बैठक में कई संगठनात्मक मुद्दों पर हुई चर्चा

एजेंडे में बोर्ड की शक्तियां महापौर को सौंपने का मुद्दा शामिल नहीं होने पर आयुक्त कीर्ति राठौड़ ने कहा कि मुझे तो पता नहीं है, मैंने तो अपने हिसाब से पूरा ठीक किया है, जो एजेंडा जारी किया है, उसी के तहत बैठक हुई है. पिछली बैठकों का भी हमने चेक किया था, इसी तरह से प्रस्ताव रखा जाता है, जिस तरह से इस बोर्ड बैठक में रखा है.

पार्षदों के उठाए गए सफाई के मुद्दे पर राठौड़ ने कहा कि निगम का मुख्य कार्य सफाई है और जिस तरह से कई पार्षदों ने सुधार की बात कही है और कुछ नई शिकायत भी की है, हमारी कोशिश है जो शिकायत है उन्हें दूर करेंगे और बेहतर कार्य करेंगे. सफाई में लेबर को लेकर और संसाधनों को लेकर उठाया है, उनको निगम के बजट और संसाधनों के अनुसार पूरा करेंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details