कोटा.शहर की बिजली व्यवस्था संभाल रही निजी बिजली कंपनी कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (KEDL) के कार्मिक से मारपीट करने का मामला सामने आया (Assault with KEDL employee in Kota) है. इस मामले में कांग्रेस के जिला महामंत्री विपिन बरथुनिया समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
कंपनी के कमर्शियल हेड रविशंकर शुक्ला ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में गुमानपुरा थाने में एक शिकायत दी है. उन्होंने बताया कि कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव नटवर राय को रामपुरा में काम नहीं करने की धमकी देते हुए कांग्रेस के जिला महामंत्री विपिन बरथूनिया का फोन आया था. जिसमें अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए उनके साथ गाली-गलौच की गई. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी. जिसके बाद बरथुनिया अपने साथियों के साथ कोटडी रोड स्थित दफ्तर पहुंच गए. जहां पर नटवर राय कार्यालय से नीचे उतर ही रहे थे कि बरथुनिया और उसके अन्य साथियों ने उनके साथ मारपीट की.
पढ़ें:Attack On Toll Employee: मंडाना टोल पर नौकरी के लिए युवकों ने की मारपीट, सीसीटीवी में दर्ज हुई घटना
शिकायत में नटवर राय ने बताया कि मारपीट करने वाले लोग उनकी सोने की चेन भी ले गए. साथ ही मोबाइल भी गायब हो गया है. इस पूरे घटनाक्रम का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस को निजी बिजली कंपनी ने उपलब्ध करवाया है. गुमानपुरा थानाधिकारी लखन लाल मीणा ने बताया कि निजी बिजली कंपनी के कार्मिक की शिकायत आई थी. जिसपर कांग्रेस के जिला महामंत्री विपिन बरथुनिया, अमित सूद और 3-4 अन्य लोगों के खिलाफ कार्मिक से मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया है. सोने की चेन और मोबाइल गायब होने के मामले की भी जांच की जाएगी.
पढ़ें:पुलिसकर्मियों पर सरकारी कार्मिक से मारपीट का आरोप, डीएसपी को ज्ञापन देकर की कार्रवाई की मांग
दूसरी तरफ, बरथुनिया का कहना है कि रामपुरा फतेहगढ़ी इलाके में केबल के मुद्दे को लेकर बीते कई महीनों से कंपनी कर्मचारियों से बात कर रहे हैं, लेकिन कंपनी हमेशा बहाने बनाती है. काम नहीं कर रही है. यहां भी केबल लटकी हुई है, उसे दुरुस्त करवाना है. आज जब पहले फोन पर उनसे बात की, उन्होंने बहाने बनाए. तब बरथुनिया ने कहा कि 'मैं जयपुर गोल्डन स्थित दफ्तर पर ताला लगाकर प्रदर्शन करूंगा'. तब नटवर राय ने कहा कि आप यहीं आ जाओ. जब हम कंपनी के दफ्तर के बाहर पहुंचे, तब वे हमसे मिलने के लिए आए थे. इसी दौरान उन्होंने एक कार्यकर्ता को जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया था, इसके बाद ही यह विवाद हुआ है.