कोटा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे को पूरा करवाने के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तत्परता से लगे हुए हैं. इसके साथ ही इस आठ लेन के राष्ट्रीय राजमार्ग चार नेशनल सेंचुरी के बीच में से गुजर रहा है. इसमें विश्व प्रसिद्ध रणथंभोर टाइगर रिजर्व, रामगढ़ विषधारी सेंचुरी, चंबल घड़ियाल अभ्यारण और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व शामिल है. इन चारों जगह पर अलग-अलग स्ट्रक्चर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया तैयार करवा रही है ताकि वन्यजीव को कोई खतरा न रह जाए.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज मीडिया को जानकारी दी कि एशिया का सबसे बड़ा एनिमल ओवरपास इस प्रोजेक्ट के तहत रणथंभौर टाइगर रिजर्व एरिया में बन रहा है, जो कि रामगढ़ विषधारी सेंचुरी को जोड़ेगा. यह करीब साढ़े 3 किलोमीटर लंबा होगा, ताकि जानवरों का प्राकृतिक मार्ग वैसा ही रहे और वह स्वच्छंद विचरण जंगल में कर सकें. इसके लिए करीब 4000 से ज्यादा करोड़ रुपए का खर्च किया जा रहा है. यह पूरा काम 12 किलोमीटर लंबी सेंचुरी एरिया में होगा.
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ऐसा होगा एनिमल ओवरपास
हाईवे निर्माण में कंसल्टेंसी फर्म चैतन्य कंसलटेंट के जनरल मैनेजर रत्ना कुमार का कहना है कि यह करीब साढ़े 3 किलोमीटर लंबा एनिमल ओवरपास होगा. इसमें पहले 500 मीटर तक अंडरपास चलेगा जिसके ऊपर एनएचएआई (NHAI) मिट्टी डालकर पेड़-पौधे लगा देगी ताकि नेचुरल वे बन जाए. इसके बाद 200 मीटर का ओपन एरिया रहेगा, जिसकी बाउंड्री कर दी जाएगी जिससे यह खुला रहेगा. यह अंडर पास वाहनों के लिए होगा. इसमें 5 अंडरपास और ओपन एरिया बनेंगे जो करीब ढाई किमी के होंगे. इसमें पशुओं के निकलने के लिए ऊपर से रास्ता बनाया जाएगा. अंडर पास करीब साढ़े 5 मीटर ऊंचा होगा.
1500 मीटर लंबा एनिमल अंडरपास भी