कोटा.केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय आर्यभट्ट गणित चैलेंज 2021 का आयोजन 31 अगस्त से 30 सितंबर के बीच करेगा. इस बार इसकी थीम 'शून्य से शिखर' रखी गई है. इसके जरिए स्कूली विद्यार्थियों को भारतीय पुरातन गणित ज्ञान की समृद्ध विरासत से रूबरू कराने की मंशा है. यह आयोजन साल भर चलने वाले आजादी के अमृत महोत्सव का हिस्सा है.
आर्यभट्ट गणित चैलेंज 2021: शिक्षा मंत्रालय स्कूली बच्चों को कराएगा भारतीय पुरातन गणित विज्ञान से रूबरू - Aryabhatta Maths Challenge
आर्यभट्ट गणित चैलेंज 2021 का आयोजन 31 अगस्त से 30 सितंबर के बीच किया जाएगा. इस बार इसकी थीम 'शून्य से शिखर' रखी गई है. इसके जरिए स्कूली विद्यार्थियों को भारतीय पुरातन गणित ज्ञान की समृद्ध विरासत से रूबरू कराने की मंशा है.
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के नोटिफिकेशन के अनुसार आर्यभट्ट गणित चैलेंज एजीसी में सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के अतिरिक्त अन्य केंद्रीय बोर्ड व राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के बोर्डस के आठवीं से दसवीं के विद्यार्थी सम्मिलित हो सकेंगे. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि इस चैलेंज में सम्मिलित होने के लिए आवश्यक संपूर्ण जानकारी NCERT ने वेबसाइट पर दी है.
देव शर्मा ने बताया कि आर्यभट्ट गणित चैलेंज में कुल 25 प्रश्न होंगे, जिन्हें विद्यार्थियों को 40 मिनट में हल करना होगा. NCERT ने विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सैंपल प्रश्न भी जारी कर दिया है. सैंपल प्रश्न के माध्यम से विद्यार्थी आर्यभट्ट गणित चैलेज में पूछे जाने वाले प्रश्नों के स्तर का अनुमान लगा सकते हैं.
शर्मा ने बताया कि सैंपल प्रश्न का स्तर व्यापक और जबरदस्त है. यह समृद्ध भारतीय पुरातन गणितीय ज्ञान के उच्च स्तर को प्रदर्शित करता है. देव शर्मा ने बताया कि यदि विद्यार्थी सैंपल प्रश्न को हल करें तो उन्हें ज्ञात होगा कि पाइथागोरस थ्योरम का ज्ञान भारतीय गणितज्ञों को पाइथागोरस की खोज से वर्षों पूर्व था. भारतीय चित्रकला की विभिन्न शैलियों में भी हमारे महान गणितज्ञों ने ज्यामितीय ज्ञान की झलक मिलती है.