कोटा. राजस्थान में कोरोना संक्रमित मरीजों के रिकवरी रेट को लेकर हर तरफ तारीफ हो रही है. प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीजों का रिकवरी रेट 55 फीसदी से ज्यादा है. जबकि कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में संचालित कोविड-19 हॉस्पिटल की रिकवरी रेट की बात करें, तो यहां यह रेट 75 फीसदी से भी ज्यादा हैं.
कोटा मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 हॉस्पिटल में जिले के साथ-साथ बारां और झालावाड़ के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है. झालावाड़ से कोटा भेजे गए सभी 16 मरीज डिस्चार्ज हो गए हैं. राजस्थान में 4 हजार से ज्यादा मरीजों में से 2210 मरीज दो बार नेगेटिव आ गए हैं. इस हिसाब से मरीजों के नेगेटिव आने का आंकड़ा 55 फीसद के आसपास है.
कोरोना रिकवरी रेट के मामले में कोटा आगे जबकि कोटा जिले के मेडिकल कॉलेज में भर्ती 278 मरीजों में से 211 मरीज दो बार नेगेटिव आ गए हैं. इस हिसाब से यह आंकड़ा 75 फीसदी के आसपास बैठ रहा है. मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने भी दावा किया है कि राजस्थान में सबसे ज्यादा रिकवरी रेट कोटा में ही है. उन्होंने कहा कि इतना रिकवरी रेट पूरे प्रदेश में कहीं भी नहीं है.
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2 दिन में 28 नए संक्रमित, इसलिए 40 एक्टिव केस
कोटा में बीते 2 दिनों की बात की जाए तो 28 मरीज मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भर्ती हुए हैं. इनमें 26 कोटा जिले के और दो बारां जिले के हैं. जबकि कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में संचालित कोविड-19 हॉस्पिटल में 40 मरीज एक्टिव केस के रूप में भर्ती हैं. ऐसे में 9 मई और इससे पहले के पॉजिटिव मरीजों में 12 ही एक्टिव केस है.
प्रदेश के आंकड़े से कोटा में मौत 1% ज्यादा
राजस्थान में 4 हजार से ज्यादा लोग अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. जिनमें से 115 की मौत हो चुकी है. ऐसे में राजस्थान का डेथ रेश्यो 2.85 फीसदी आ रहा है. जबकि कोटा में पॉजिटिव मरीज 259 हैं और यहां 10 मरीजों की मौत हुई है. ऐसे में कोटा का डेथ रेश्यो 3.86% आ रहा है. इस हिसाब से राजस्थान के आंकड़े से एक फीसदी ज्यादा डेथ कोटा जिले में दर्ज हुई है.
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इंटरनेशनल औरनेशनल गाइडलाइन को कर रहे फॉलो
मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील के अनुसार फिजीशियन, जो कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों के उपचार में जुटे हुए हैं. वह इंटरनेशनल और नेशनल गाइडलाइन को फॉलो कर रहे हैं. इसके अलावा जहां भी ट्रीटमेंट जैसा चल रहा है, उसकी भी जानकारी ले रहे हैं.
जिन मरीजों में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं, उनको लक्षणों के अनुसार ही उपचार दिया जा रहा है. साथ ही जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं है. उनको उसी तरह का उपचार दिया जा रहा है. जिन मरीजों में कॉम्प्लिकेशन है, उनको कॉम्प्लिकेशन के अनुसार ट्रीट किया जा रहा है.
दो बार नेगेटिव आने के बाद किसी तरह का उपचार नहीं
अस्पताल में भर्ती मरीजों की रिपोर्ट दो बार नेगेटिव आ जाने के बाद किसी तरह का उपचार नहीं दिया जाता है. उनकी दवाई बंद कर दी जाती है. केवल उन्हें 14 दिन का क्वॉरेंटाइन पीरियड पूरा करने के लिए कहा जाता है. इसके बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाता है. हालांकि इसमें कुछ मरीजों को अस्पताल से 14 दिन के क्वॉरेंटाइन पीरियड के पहले भी डिस्चार्ज किया गया है.
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नई गाइडलाइन में जल्दी डिस्चार्ज होंगे मरीज
डॉ. सीएस सुशील के अनुसार नई गाइडलाइन आ जाने के बाद जो मरीज दो बार नेगेटिव आ गए हैं, वह जल्दी डिस्चार्ज होंगे. जो नई गाइडलाइन आएगी, उसके अनुसार दो बार पॉजिटिव आने के तुरंत बाद या 7 दिन के भीतर अस्पताल से छुट्टी की जाएगी. जिससे मरीज जल्दी घर जाएगा, तो अच्छा फील करेगा. इसके अलावा उन्हें 14 दिन घर पर ही क्वॉरेंटाइन रहने के लिए पाबंद करेंगे. साथ ही परिवार के लोगों से दूरी बनाकर रहने को भी कहा जाएगा.
ये है कोटा मेडिकल कॉलेज का आंकड़ा
- कोटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए मरीज- 278
- दो बार नेगेटिव आए मरीज- 211
- अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए मरीज- 134
- अस्पताल में भर्ती दो बार नेगेटिव- 77
- कोरोना पॉजिटिव मरीज जिनकी मौत हुई- 10
- अस्पताल में भर्ती एक बार नेगेटिव आए मरीज- 17
- कोटा में एक्टिव केस- 40