जोधपुर: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया (Former Chief Minister Vasundhara Raje Scindia) जोधपुर पहुंच गई हैं. एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी. एयरपोर्ट से वो सीधे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) के आवास पर पहुंचीं और उनकी माता के निधन पर संवेदना व्यक्त की.
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इस दौरान राज्य के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ पूर्व मंत्री पुष्पेंद्र सिंह राणावत अशोक प्रणामी भी मौजूद रहे.
मदेरणा परिवार से मिलेंगी वसुंधरा
वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) अब ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) के पिता पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा (Mahipal Maderna) के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके पैतृक गांव चाडी जाएंगी. वसुंधरा राजे के साथ बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी जाएंगे. रास्ते में कई जगह पर पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत कार्यक्रम रखा गया है. शाम को वो वापस जोधपुर (Jodhpur) लौटेंगी शुक्रवार को उनके दिल्ली जाने का कार्यक्रम है.
राजे ने खाई राबड़ी
जोधपुर से पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा को श्रद्धांजलि देने चाडी जाते समय गुरुवार को वसुन्धरा राजे का रास्ते में कई जगह पर स्वागत हुआ. खासतौर से महिलाओं ने राजे का कई जगह स्वागत किया. ओसियां के पास एक ढाणी में महिलाओं से बात करने जब राजे रूकी तो महिलाओं ने मनुहार में राबड़ी की पेशकश की. जिसके बाद राजे भी खुद को रोक नहीं पाई. उन्होंने तुरंत महिलाओं के साथ बैठकर राबड़ी का स्वाद लिया. इस दौरान कुछ महिलाएं से उन्होंने बातें भी की.
राजे ने लिया राबड़ी का स्वाद यह भी पढ़ें.जोधपुर: पूर्व सीएम राजे ने टटोली मारवाड़ की नब्ज, कार्यकर्ताओं की भीड़ ने दिए सियासी संदेश
भील समाज ने रखी अपनी समस्या
ओसियां के रास्ते में पंडित जी की ढाणी गांव में भील परिवार की महिलाओं ने उन्हें रोक कर अपने झोपड़े में चलने की बात कही. बालिका नेनू भील, उसके पिता हीरा भील और मोहनी भील उन्हें अपने झोपड़ी में ले गए, जहां उन्होंने पूर्व सीएम को खाट पर बिठाया और मिट्टी की कुल्हड़ में बाजरे और जीरे की राबड़ी पिलाई. वहां मौजूद हीरा भील ने पूर्व सीएम को बताया कि वे बेहद गरीब हैं. उनके मकानों के पट्टे नहीं बने है. उन्हें पट्टे मिल जाए तो अच्छा रहे. इस संबंध में जोधपुर कलेक्टर इंद्रजीत सिंह से बात की और भील परिवार की मांग पर नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए. उन्होंने भील परिवार की महिलाओं को अपनी बच्चियों को पढ़ाने की भी सलाह दी.