जोधपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) को कांग्रेस की ओर से भगौड़ा बताए जाने को लेकर राजनीति चरम पर है. सोमवार को जोधपुर संगठन की बैठक लेने आए प्रभारी एवं विधायक वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री शेखावत तो लगातार राजस्थान आ रहे हैं. कोरोना के दौरान उन्होंने जोधपुर में भी बहुत काम किया है. उन्हें भगौड़ा बताया जाना दिमाग का दिवालियापन है.
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देवनानी ने कहा कि असली भगौड़े तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और उनके पुत्र वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) हैं, जो जोधपुर से भाग रहे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गत वर्ष अगस्त के बाद से अभी तक जोधपुर नहीं आए हैं. वैभव गहलोत भी कोरोना में जनता की सुध लेने नहीं आए, जबकि शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) लगातार जनता के बीच बने हुए हैं. पुलिस उन्हें सुरक्षा दे रही है. उन्हें भगौड़ा बताया जाना दिमाग का दिवालियापन है.
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गहलोत इंदिरा गांधी का अनुसरण कर रहे
वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) का अनुसरण कर रहे हैं. इंदिरा गांधी ने पद लोलुपता के कारण देश में आपातकाल लगाया, नेताओं को जेल में भेजा, उसी तरीके से इन्होंने अपने पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट पर राजद्रोह का मुकदमा लगाया, जयपुर की मेयर सौम्या की बिना सुनवाई किए निलंबित कर दिया.
अपनी सत्ता बचाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे
विधायक ने कहा कि सीएम गहलोत ने अपने सभी विधायकों को 32 दिन बाड़ेबंदी में रखा और वहीं से सीधे विधानसभा में ले आए. गहलोत अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, जो इंदिरा गांधी ने अपनाए थे. लेकिन इंदिरा गांधी को आपातकाल हटाना पड़ा और उसके बाद जनता ने उन्हें भी हटा दिया था. वही स्थिति मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की होगी.