जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि क्या कारण है कि आज भी राजस्थान से कम से कम ट्रेनें चलाई जा रही है और कम से कम ट्रेनों की मांग की जा रही है. इसी तरह से पश्चिम बंगाल से कम ट्रेनें मांगी गई है, जबकि दोनों ही प्रदेशों के लाखों प्रवासी अभी आना बाकी है.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने की वीसी शेखावत ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ट्रेनों की बड़ी संख्या में डिमांड करते और फिर मुझे कहते की हमने ट्रेनें मांगी है और हमारी पैरवी करो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. राजस्थान से अब तक सिर्फ 20 ट्रेनें मांगी गई है, जबकि दूसरी ओर उत्तर प्रदेश 300 से ज्यादा ट्रेनें मांग चुका है. प्रवासी मजदूरों को भेजने के नाम पर सिर्फ राजनीति की जा रही है.
'रेलवे सिर्फ 15 फीसदी किराया ले रही है'
ईटीवी भारत की ओर से शेखावत से सवाल पूछा गया कि इस कठिन दौर में रेल मंत्रालय पूरी तरह से श्रमिकों को निशुल्क यात्रा क्यों नहीं उपलब्ध करवा रहा है. जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है वहां उन्हें कहा जाता है कि कांग्रेस की सरकार किराया दे रही है, जबकि भाजपा शासित प्रदेशों से आने वाले श्रमिकों से पूरा किराया वसूला जा रहा है. इस पर शेखावत ने कहा कि रेलवे सिर्फ 15 फीसदी किराया ले रही है, वह भी उसकी संचालन लागत से बहुत कम.
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शेखावत ने कहा कि इस राशि में बहुत सारे खर्चे शामिल हैं. यह राशि भी इसलिए ली जा रही है कि इस कठिन दौर में भी इस सुविधा का दुरुपयोग नहीं हो. श्रमिकों का कोई हक नहीं छीने. लेकिन वर्तमान में प्रवासियों और श्रमिकों के पलायन पर सिर्फ और सिर्फ राजनीति की जा रही है.
केंद्र सरकार की ओर से जारी किया गया पैकेज सराहनीय
शेखावत ने केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए पैकेज को भी सराहनीय बताते हुए कहा कि इस पैकेज से देश के हर क्षेत्र में लोगों को बल मिलेगा. गंगा नदी के वर्तमान स्वरूप और साफ होने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर शेखावत ने कहा कि वर्तमान में गंगा नदी में लोगों का आना जाना नहीं हो रहा है, कर्मकांड नहीं हो रहे हैं.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि लेकिन जो कई शहरों के नाले और सीवर का पानी रूका नहीं है, ऐसे में गंगा की सफाई के लिए लगाए गए 100 सीवरेज प्लांट अपना काम बखूबी कर रहे हैं. जिसकी वजह से पानी निर्मल हुआ है. शेखावत ने यह भी कहा कि लॉकडाउन के चलते भी गंगा में होने वाली कई गतिविधियां नहीं हो रही है, उसका भी फायदा मिला है. लेकिन जो इंफ्रास्ट्रक्चर हमने तैयार किया था वह पूरी तरह से काम कर रहा है और उसका पूरा फायदा भी मिल रहा है.