जोधपुर. आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. 13 अगस्त की शाम को जोधपुर शहर में भाजपाइयों ने तिरंगा यात्रा निकाली (Shekhawat Poonia On Bullet). लगभग शहर के सभी इलाकों से गुजरी इस तिरंगा यात्रा को खास बनाया प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की बुलेट राइड ने.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया बुलेट चलाते दिखे तो उनके पीछे केंद्र जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बैठे हुए. पूनिया ने शेखावत के सारथी की भूमिका निभाई. भाजपा दिग्गजों की बुलेट सवारी चर्चा ए खास बन गई. शाम होते होते सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें सजने लगीं और मीम भी सामने आने लगे.
शेखावत के सारथी बने पूनिया याद आया गुजरा जमाना: पूनिया और शेखावत की इस जुगल जोड़ी ने 2018 का वो दौर याद दिला दिया. वो समय जब पायलट के हाथों में बाइक की कमान थी और गहलोत उनके पीछे बैठे थे. वो दौर ऐसा था जब फिजाओं में पायलट की ताजपोशी की चौतरफा चर्चा थी. ठीक चुनाव से पहले की ये तस्वीर थी. मैसेज भी देने की कोशिश थी. लोगों को लगा था कि अब युवा पायलट को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
ये तस्वीर कुछ कहती है:सोशल मीडिया पर मीम्स के साथ Expert कमेंट्स भी आने लगे. इनमें कहा जाने लगा कि तब कांग्रेस की पूरी कमान पायलट के हाथ में सौंपी गई थी और आज सतीश पूनिया उसी स्थिति में हैं. सवाल किया जा रहा है कि क्या गुजरा वक्त Repeat किया जाएगा? चुनाव बाद क्या ड्राइविंग सीट पर कोई और, और Pillion राइडर (पीछे की सीट पर) कोई और होगा! सभी जानते हैं कि पूनिया को केंद्रीय नेतृत्व ने चुनाव तक फ्री हैंड दे दिया है चुनाव उनके नेतृत्व में सम्पन्न कराया जाएगा. सब ये भी जान रहे हैं कि सीएम रेस में गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल हैं. यही कारण की सोशल मीडिया पर यह कहा जाने लगा है कि राजनीति की मोटरसाइकिल पर पीछे बैठने वाले ही फायदे में रहते हैं.
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तिरंगा रैली में शामिल हुए ये: इस यात्रा में राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत , प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रसन्न मेहता, नारायण सिंह देवल, सचेतक जोगेश्वर गर्ग, जिला अध्यक्ष देवेंद्र जोशी , विधायक सूर्यकांता व्यास , पब्बाराम , हमीर सिंह भायल , पूर्व सांसद नारायण पंचारिया , पूर्व विधायक भैराराम सियोल सहित पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए.