जोधपुर.साल 2020 में ACB की कार्रवाइयों से साफ झलकता है कि जिले में भ्रष्टाचार में इजाफा हुआ है. पिछले साल के मुकाबले लोग रिश्वत लेते ज्यादा गिरफ्तार हुए हैं. आंकड़े बताते हैं कि जून से हुए अनलॉक के बाद भ्रष्टाचार में तेजी से इजाफा हुआ है.
आंकड़ों के मुताबिक सरकारी विभागों में रिश्वत लेने का चलन बढ़ गया है. ACB ने जोधपुर रेंज में कुल 45 कर्मचारियों और अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. चौकाने वाली बात यह है कि इनमें 40 मामले एक जून से 31 दिसंबर के बीच के हैं. यानी की एक जून के बाद हुए अनलॉक में सरकारी कर्मचारियों में रिश्वत लेने का ग्राफ बढ़ गया. बता दें, जोधपुर रेंज में एक जनवरी से 31 मार्च तक कुल 5 लोगों को ACB ने ट्रैप किया था.
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जोधपुर रेंज के उपमहानिरीक्षक डॉ विष्णुकांत के अनुसार साल 2019 में 39 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, लेकिन साल 2020 में कोरोन के बावजूद रिश्वतखोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिला. डॉ. विष्णुकांत बताते हैं कि पिछले साल के मुकाबले साल 2020 में रिश्वतखोरी की 45 शिकायतें दर्ज की गईं, जो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा थीं. इसके अलावा 6 मामले ऐसे हैं, जिनमें रिश्वत मांगना सबित हुआ, लेकिन ट्रैप नहीं हुआ. हालांकि, उनके भी मामले दर्ज किए गए.
ट्रैप की कार्रवाइयों में 14 लाख की राशि जब्त
जोधपुर रेंज में रिश्वतखोरी के मामले में ट्रैप आरोपियों के पास से 14 लाख से अधिक की राशि जब्त की गई है. इनमें सबसे बड़ी राशि 10 लाख रुपए है, जो जयपुर में की गई कार्रवाई से जब्त की गई. वहीं, साल 2019 में दर्ज 39 मामलों में 4 लाख रुपए से भी कम की राशि जब्त की गई थी. इतना ही नहीं इस साल एसीबी ने चार राजपत्रित अधिकारियों को भी रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है.