जोधपुर. कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आईसीएमआर ने देश में 100 से ज्यादा निजी लैब को जांच के लिए अधिकृत किया है. लेकिन राजस्थान में अभी किसी निजी लैब को जांच के लिए अधिकृत नहीं किया गया है. यही कारण है कि जयपुर में बढ़ती जांच की पेंडेंसी कम करने के लिए दिल्ली की एक निजी लैब को जांच के लिए भेजे गए हैं. बता दें कि जोधपुर में अभी एक भी सेंटर निजी श्रेणी का नहीं है, जहां जांच हो रही है.
निजी जांच केंद्र का निर्णय राज्य सरकार लेगी जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलवंत मंडा ने बताया, कि अभी हमारे स्तर पर इसको लेकर कोई निर्णय नहीं हो रहा है. निजी जांच केंद्र के लिए राज्य सरकार के स्तर पर ही निर्णय होगा. राजस्थान के दूसरे बड़े महानगर जोधपुर में वर्तमान में कोरोना जांच डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज, जोधपुर एम्स और आईसीएमआर के सेंटर मे जांच हो रही है.
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बता दें कि इनमें से सर्वाधिक 12 हजार से अधिक नमूनों की जांच डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में हुई है. यहां 3 पीसीआर मशीनें काम कर रही है. इसके अलावा राज्य सरकार ने एक न्यूक्लियर एसिड एक्सट्रेक्शन तकनीक वाली रियल टाइम पीसीआर मशीन स्वीकृत की है, जिसके यहां इस महीने लगने की उम्मीद की जा रही है. इस मशीन के लगने से डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में जहां वर्तमान में प्रतिदिन 300 से 400 नमूनों की जांच की क्षमता एक हजार हो जाएगी.
जोधपुर में वर्तमान में प्रतिदिन 500 से 600 नमूनें कोरोना के हॉटस्पॉट क्षेत्रों से लिए जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार करीब 2 हजार नमूनों की जांच अभी लंबित भी है.
फैक्ट फाइल
- 500-600 नमूनों का प्रतिदिन कलेक्शन.
- 7 सैंपलिंग सेंटर
- हॉटस्पॉट एरिया में डोर टू डोर सैंपलिंग.
- 12 हजार 300 जांचें हो चुकी है.
- मेडिकल कॉलेज में 24 घण्टे चलती है माइक्रोबायोलॉजी लैब.
- 90 लाख की लागत की नई मशीन भी स्वीकृत.
- 500 नमूने जांचने की क्षमता.
- नई मशीन लगने के बाद मेडिकल कॉलेज की प्रतिदिन 1000 क्षमता हो जाएगी.
- जोधपुर सहित संभाग के 6 जिलों से नमूने आते हैं.
- जांच के लिए जोधपुर एम्स और आईसीएमआर के जोधपुर केंद्र को भी नमूने भेजे जाते हैं.