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Special: 55 साल की उम्र में भी जोधपुर की साइक्लिस्ट रेणु का साइक्लिंग के प्रति जुनून

बुलंद हौसले से उम्र का तकाजा नहीं किया जा सकता. अगर ललक हो तो फिर उम्र सिर्फ एक नंबर बन कर ही रहती हैं. कुछ ऐसा ही जज्बा है 55 वर्ष की जोधपुर की शख्सियत रेणु सिंघी का. इनके साइक्लिंग के प्रति जोश ओर उत्साह के आगे युवा भी नतमस्तक हैं. रेणु सिंघी का साइक्लिंग के प्रति उत्साह, जुनून और जबरदस्त इच्छा शक्ति देखते बनता है.

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जोधपुर की साइक्लिस्ट रेणु का साइक्लिंग के प्रति जुनून

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Published : Aug 28, 2020, 6:58 PM IST

जोधपुर.कोरोना काल में घरों में बैठे लोगों को समय निकालना परेशानी भरा हो रहा है. इस दौर में जोधपुर की रेणु सिंघी प्रतिदिन करीब 20 किलोमीटर साइकिल चलाती हैं. रेणु का यह शौक उन्हें बहुत आगे तक ले जा चुका है. रेणु सिंघी पहली भारतीय हैं जिन्होंने पेरिस में होने वाली साइक्लिंग की रेस पूरी की है.

जोधपुर की साइक्लिस्ट रेणु का साइक्लिंग के प्रति जुनून

55 साल की रेणु सिंघी ने फ्रांस में आयोजित एंड्यूरेंस राइड 'पेरिस-ब्रेस्ट-पेरिस 2019 रेंडोनर' को सफलतापूर्वक पूरा करने का गौरव हासिल किया है. खास बात यह है कि इस राइड में राजस्थान के कुल 9 प्रतिभागी शामिल हुए थे, जिसमें से केवल रेणु सिंघी ही 1200 किमी की राइड पूरी कर सकीं. उनका साइक्लिंग के प्रति उत्साह, जुनून और जबरदस्त इच्छा शक्ति देखते बनता है. रेणु सिंघी का कहना है कि मैं पहली भारतीय महिला हूं जिसने इसे पूरा किया है.

जोधपुर की रेणु सिंघी

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92 घंटे में पूरी की 1200 किमी

4 साल में आयोजित होने वाली सेल्फ सपोर्टिंग एंड्यूरेंस राइड 'पेरिस-ब्रेस्ट-पेरिस 2019 रेंडोनर' का पिछले वर्ष 19वां एडिशन था. यह पेरिस से शुरू होकर 600 किलोमीटर दूर बॉर्डर पर स्थित ब्रेस्ट होते हुए वापस पेरिस पहुंचती हैं. इसमें प्रतिभागियों को 90 घंटे में कुल 1200 किलोमीटर साइक्लिंग की टास्क पूरी करनी होती है. लेकिन बीच में रास्ता भूल जाने से रेणु को इस टास्क में 92 घंटे लगे.

पेरिस-ब्रेस्ट-पेरिस 2019 रेंडोनर का गौरव

रेणु को देखकर लगता है कि हौसले और जज्बे के आगे कभी भी उम्र बाधा नहीं होती है. रेणु ने अभी 15 जुलाई से 15 अगस्त 2020 तक कोटा साइक्लिंग चैलेंज में 1750 किलोमीटर साइक्लिंग कर प्रतियोगिता में भाग लिया है. इसमें 50 किलोमीटर प्रतिदिन साइकिलिंग की गई.

साइकिल खरीदने का कारण...

जानकारी के अनुसार रेणु जोधपुर और जयपुर के साइकिल क्लब के साथ स्थानीय स्तर पर होने वाले 200, 300, 400 और 600 किमी के चैलेंज पूरे कर चुकी हैं. रेणु की साइकिल चलाने की कहानी भी कम रोचक नहीं है. उन्होंने बच्चों के साथ साइकिल इसलिए खरीदी थी कि वह खुद बाजार जा सके और पेट्रोल बचा सके. लेकिन धीरे-धीरे यह शौक जुनून में बदल गया. जिसने रेणु को राज्य, राष्ट्रीय और धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया.

साइक्लिंग करती रेणु

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रेणु सिंघी के पति शशिकांत उनके इस काम में पूरा सहयोग देते हैं. उनका कहना है कि जब साइकिल खरीदी थी तो हमें मजाक लगा. लेकिन धीरे-धीरे रेणु की एक के बाद एक सफलता ने सभी को चकित कर दिया. रेणु 3 साल में 25 हजार किलोमीटर का सफर पूरी कर चुकी हैं.

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