जोधपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के केंद्र सरकार की सेना भर्ती अग्निपथ योजना के विरोध में (Agnipath Scheme Protest) सोमवार को जोधपुर में आयोजित युवा हुंकार महारैली में भीड़ उमड़ पड़ी. सभा को संबोधित करते हुए नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जिस तरह से किसान आंदोलन के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कानून वापस लेने पड़े थे, उसी तरह से टीओडी भी वापस लेनी होगी. क्योकि इस बार जवानों के इस आंदोलन का नेतृत्व राजस्थान से हो रहा है.
रावण का चबूतरा मैदान पर सोमवार को बेनीवाल ने अपना उद्बोधन शुरू किया और करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक बोले. इस दौरान उन्होंने सेना भर्ती को 'ठेके पर' देने का विरोध करते हुए कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा. अगला पड़ाव कहां होगा, इसकी घोषणा भी जल्द होगी. अपने उद्बोधन में बेनीवाल ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए. यह भी कहा कि 2023 में हमारा मुकाबला कांग्रेस नहीं, भाजपा से होगा. आने वाले समय में तो कांग्रेस के लोगों को आरएलपी के कार्यकर्ता गांव में नहीं घूसने देंगे. इस महारैली में आरएलपी प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग, खिंवसर विधायक नारायण बेनीवाल, मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी सहित कई नेता शामिल हुए.
पैरा मिलिट्री भिड़ेगी आर्मी में ट्रेड जवानों से : सभा के बाद मीडिया से बात करते हुए बेनीवाल ने कहा कि (Rashtriya Loktantrik Party Jodhpur Rally) अगर यह योजना लागू हुई तो जो युवा 75 फीसदी वापस आएंगे वे पूरी तरह से ट्रेंड होंगे. अगर वे नक्सलियों से मिल गए तो क्या होगा ? नक्सलियों से पैरा मिलिट्री फोर्सेज मुकाबला करती हैं. ऐसी स्थिति में उनका मुकाबला आर्मी के ट्रेंड लोगों से होगा, वह कितना भारी पड़ेगा. हाहाकार मच जाएगा. मोदी जी सेना का रेजिमेंटल सिस्टम खत्म करना चाहते हैं.
दो घंटे ज्यादा चली सभा : बेनीवाल की रैली को चार बजे तक की अनुमति पुलिस ने दी थी, लेकिन सभा साढ़े छह बजे तक चली. इस दौरान पुलिस के अधिकारी परेशान होते रहे. एडीसीपी हरफूल सिंह ने मंच के पास आकर खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल से आग्रह भी किया. इधर सभा लंबी चलती देख पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई खुद भी सभास्थल पर डेरा जमाकर बैठै रहे. उनके साथ एडीएम एमएल नेहरा बैठे रहे. मंच से जब ज्ञापन देने की बात हुई तो बेनीवाल ने भीड़ से कहा कि जरूरत पड़ तो हमें कलेक्ट्रेट कूच करना होगा. इसके कुछ देर बाद ही एडीएम ज्ञापन लेने आए तो बेनीवाल ने कह दिया कि कलेक्टर को बुलाओ. जिसके बाद एडीएम व पुलिस कमिश्नर वहां से चले गए.
कांग्रेस वाले कर रहे हैं कंपटीशन : बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जानबूझ कर (Beniwal on Agnipath Protest) आज प्रदर्शन रखा. सभी मंत्री-विधायक सभा में लगे रहे, जिससे हनुमान की सभा में लोग नहीं पहुंचे. इनको मेरे से कंपटीशन नहीं करना चाहिए. मैंने सुना कि आज मुख्यमंत्री का बेटा भी नई सड़क पर पचास-साठ लोगों को लेकर बैठा है. कांग्रेस को भाजपा से नहीं रालोपा से दिक्कत है. हनुमान सत्ता में नहीं आना चाहिए. मैं अगर सत्ता में आया तो एक जेल बनाउंगा, जिसमें सभी नेताओं को डालकर जांच करवाउंगा. वसुंधरा व गहलोत के लिए जेल में एक ही बैरक बनाउंगा, लेकिन उसमें एक पार्टीशन करवाउंगा.
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24 सांसद चुप क्यों हैं ? बेनीवाल ने कहा कि मोदी को सत्ता में पहुंचाने के लिए मैंने राजस्थान में युवाओं से अपील की, जब पूरी सीटें जीती थीं. अशोक गहलोत का बेटा इंतने बड़े अंतर से मेरी वजह से हारा था. इसमें कोई मोदी का योगदान नहीं था. एनडीए में गए तो कहते थे आप परिवार हो. जिन किसानों व उनके युवाओं की वोट से चुनाव जीते थे, जब उन किसानों का मामला आया तो 24 सांसद चुप रहे. अब जवानों की बात हो रही है तो भी कोई नहीं बोल रहा है. मैं अकेला ही बोल रहा हूं. एनडीए में किसान और जवान के लिए कोई जगह नहीं है.
पूर्व प्रधान से बोले- जो कहा वह पूरा करवाना : इस महारैली से पहले बेनीवाल द्वारा ओसियां में मदेरणा परिवार को लेकर कई टिप्पणियां की गई थीं. इसमें ओसियां विधायक को शादी करने की सलाह भी दी थी. आज सभा में आए ओसियां के पूर्व प्रधान भोमाराम से हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जो ओसियां में मैं कह कर आया था, आप वह काम करवा देना. बेनीवाल ने इशारों में इशारों में ओसियां विधायक की शादी करवाने की बात को लेकर तंज कसा. जिसको लेकर पहले से ही मदेरणा समर्थक बेनीवाल का विरोध कर रहे हैं.
महारैली के पांच घंटे बाद भी गतिरोध बरकरार... महारैली के पांच घंटे बाद भी गतिरोध बरकरार : रावण का चबूतरा मैदान में शाम करीब 6:15 बजे सभा खत्म हो गई थी. इसके बाद एडीएम मदनलाल नेहरा और पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ज्ञापन लेने के लिए मंच पर गए. ज्ञापन एडीएम नेहरा ले रहे थे. इस दौरान बेनीवाल ने कमिश्नर से कहा कि आप भी खड़े हो जाइए तो कमिश्नर ने खड़े होने से इनकार करते हुए कहा कि यह मेरे प्रोटोकॉल में नहीं है. इसके बाद वह मच से निकल गए. जिसके बाद बेनीवाल ने ज्ञापन देने से इनकार कर दिया. तब से लगातार गतिरोध बना हुआ है. करीब 300 लोग मंच के आसपास जमे हुए हैं. सांसद बेनीवाल ने डीजीपी एम. एल. लाठर को फोन कर भी कमिश्नर के व्यवहार को लेकर शिकायत की है. बेनीवाल ने कहा कि हम यही बैठेंगे. कल मुख्यमंत्री आएंगे तो उनका घेराव करेंगे.