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धरने पर बैठे JNVU छात्रसंघ, निवर्तमान प्रेसिडेंट रविंद्र को 6 घंटे बाद मिली जमानत

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Published : Aug 21, 2022, 7:23 AM IST

Updated : Aug 21, 2022, 3:55 PM IST

नामांकन से पहले पोलिंग बूथ बदलने के विरोध में धरने पर बैठे JNVU छात्रसंघ के निवर्तमान प्रेसिडेंट रविंद्र सिंह भाटी को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया. भाटी ने गिरफ्तारी के समय सवाल किया कि मुझे गिरफ्तार करके चुनाव करवा लोगे क्या. वहीं गिरफ्तारी के 6 घंटे बाद भाटी को जमानत मिल गई.

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जोधपुर.जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव नामांकन से ठीक पहले शनिवार को मतदान केंद्र बदलने के विरोध में धरना चल रहा था. शनिवार दोपहर में निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के बाहर शुरू हुआ धरना रविवार सुबह तक जारी रहा. सुबह मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने धरना स्थल से सुबह 8 बजे रविंद्र सिंह भाटी को गिरफ्तार कर लिया था. जिसके 6 घंटे बाद उन्हें जमानत दे दी गई.

सुबह आठ बजे एसीपी चक्रवर्ती सिंह और भगत की कोठी थानाधिकारी सुनील चारण चारण धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने साफ शब्दों में रविंद्र सिंह से कहा कि विश्वविद्यालय कैंपस में धरना नहीं चलेगा. अधिकारी ने कहा अगर प्रदर्शन करना है तो कैंपस के बाहर करें. रविंद्र सिंह भाटी इसके लिए तैयार नहीं हुए उन्होंने साफ कहा कि विश्वविद्यालय कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए निर्णय ले रहा है. हमारी बात नहीं सुनी जा रही है. समाज विशेष के छात्रों के कार्यालय बंद करवाए जा रहे हैं. पुलिस के साथ करीब 5 मिनट तक बातचीत चली इसके बाद एसीपी चक्रवर्ती सिंह में पुलिसकर्मियों को रविंद्र सिंह को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया. गिरफ्तार होते समय रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि मुझे गिरफ्तार करके चुनाव करवा लोगे क्या?

भाटी ने JNVU प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

दरअसल, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नामांकन से ठीक पहले (Rajasthan Student Union Election 2022) शनिवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉमर्स फैकल्टी के मतदान केंद्र बदलने के आदेश दे दिए. अचानक दिए गए इस आदेश का विरोध भी शुरू हो गया और ये शनिवार रात भर जारी रहा. विश्वविद्यालय की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ संगीता लूकड़ ने समझाइश का प्रयास किया लेकिन छात्र नहीं माने. निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी के नेतृत्व में छात्र रात भर केंद्रीय कार्यालय के बाहर जुटे हुए रहे.

छात्रों का कहना था कि विश्वविद्यालय सरकार समर्थित दल को फायदा पहुंचाने की नीयत से ये निर्णय ले रहा है जबकि विश्वविद्यालय में जब से चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है तब से आज तक कॉमर्स फैकल्टी के चुनाव के लिए मतदान ओल्ड कैंपस में होता रहा है. रविंद्र सिंह भाटी (JNVU Student Union President Bhati) ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस जाति विशेष के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए काम कर रही है जिसके चलते पोलिंग बूथ बदला गया. इसके अलावा एसएफआई प्रत्याशी अरविंद सिंह भाटी और अन्य के कार्यालय बंद करवाए जा रहे हैं जबकि सरकार समर्थित दल के कार्यालय का उद्घाटन पुलिस की मौजूदगी में हो रहा है.

रविंद्र गिरफ्तार

एसएफआई का समर्थन कर रहे है रविंद्र सिंह: रविंद्र सिंह भाटी छात्र संघ चुनाव में एसएफआई के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार अरविंद सिंह भाटी का समर्थन कर रहे हैं अरविंद सिंह भाटी ने एनएसयूआई से दावेदारी की थी लेकिन ऐन मौके पर उनका टिकट काटकर अंदर चौधरी को प्रत्याशी बनाया गया. जिसके चलते उन्होंने SFI का दामन थाम लिया. इसके बाद रविंद्र सिंह भाटी ने उनको समर्थन देने का ऐलान किया और चुनाव में कूद पड़े. शनिवार को अरविंद सिंह भाटी और मोती सिंह जोधा का चुनाव कार्यालय बंद कराने से मामला और गरमा गया.

पढ़ें-बीते चार चुनावों में एबीवीपी और एनएसयूआई से मोहभंग, इस बार भी दूसरे दलों से मिलेगी चुनौती

एनएसयूआई से हुआ सामना:पोलिंग बूथों के बदलाव के विरोध के चलते प्रदर्शन शनिवार दोपहर में आक्रामक हो गया. इस दौरान एनएसयूआई संगठन के लोग भी केंद्र कार्यालय पहुंच गए. निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी (JNVU) के नेतृत्व में दोनों पक्षों में जोरदार नारेबाजी हुई. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों को शांत करवाया लेकिन मसले का हल नहीं निकला. इस बीच रात को चुनाव कार्यालय बंद करवाने को लेकर की गई कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया. केंद्रीय कार्यालय के बाहर सैकड़ों छात्रों के भोजन की व्यवस्था भी की गई. मौके पर पुलिस जाब्ता भी तैनात हैं.

छह घंटे बाद जमानत:विश्वविद्यालय के निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के समक्ष रात भर धरना देने के बाद रविवार सुबह करीब 8:00 बजे पुलिस ने रविंद्र सिंह भाटी को गिरफ्तार कर लिया था. बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद उन्हें पुलिस थाने के बजाय अन्य जगह रखा गया. दोपहर करीब 2:00 बजे कोर्ट में पेश करने के बाद रविंद्र सिंह भाटी को जमानत मिल गई. जमानत के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने एक बार विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाया है. भाटी ने मुख्यमंत्री गहलोत से मांग की है कि वे लोकतंत्र को बचाने और गांधीवादी तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए आगे आएं.

Last Updated : Aug 21, 2022, 3:55 PM IST

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