जोधपुर. भारतीय जनता पार्टी के ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को शुरू (Bjp Obc Wing Meet In Jodhpur) हुई. इस बैठक को संबोधित करने व बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने गृहमंत्री अमित शाह जोधपुर आएंगे. शाह के स्वागत को लेकर शहर में जबरदस्त पोस्टर पॉलिटिक्स नजर आ रही है. जो साफ तौर पर गुटबाजी भी दिखा रही है. एयरपोर्ट से रावण का चबूतरा और कायालाना स्थित होटल तक सबसे ज्यादा पोस्टर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजर आ रहे हैं. लेकिन राजे के पोस्टर से शेखावत गायब हैं.
दूसरी तरफ शेखावत के समर्थकों के पोस्टर में तो प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया तक नदारद हैं. महापौर वनीता सेठ (Poster Politics in Jodhpur) के पोस्टर में महापौर के साथ सिर्फ शेखावत और अमित शाह के फोटो नजर आ रहे हैं. इसी तरह से वसुंधरा समर्थकों के पोस्टर में शेखावत नहीं हैं तो कुछ में पूनिया को भी जगह नहीं मिली. इससे सभी के बीच वर्चस्व की साफ लड़ाई नजर आ रही है. सतीश पूनिया प्रदेशाध्यक्ष हैं, इसलिए उनको स्थानीय संगठन के सभी पोस्टर में जगह दी गई. रामदेवरा पैदल यात्रा निरस्त होने के बाद से पूनिया और शेखावत के बीच खटपट चल रही है. यह माना जा रहा है कि पूनिया की इस यात्रा को रोकने में शेखावत की बड़ी भूमिका थी. जबकि पूनिया ने अपने साथ शेखावत व कैलाश चौधरी को भी यात्रा में शामिल किया था.
महापौर गईं शेखावत की शरण में:भाजपा के इस आयोजन से कई स्थानीय नेताओं का पाला बदलने का दृश्य पोस्टर पॉलिटिक्स में साफ नजर आ रहा है. महापौर वनीता सेठ वसुंधरा समर्थित विधायक सूर्यकांता व्यास की शागिर्द हुआ करती थीं. लेकिन महापौर बनने के बाद वह शेखावत के पाले में चली गईं. इसको लेकर अब तक सिर्फ कयास थे, लेकिन आज लगे पोस्टर में ये साफ नजर आ गया. जबकि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें महापौर का टिकट दिया. फिर भी महापौर के पोस्टर में प्रदेशाध्यक्ष तक को जगह नहीं मिली. इसी तरह से यूआईटी के पूर्व सदस्य रहे कमलेश पुरोहित भी वसुंधरा खेमे की जगह शेखावत समर्थक हो गए हैं. पूर्व पार्षद राजेंद्र इंदा ने तो पूनिया व शेखावत दोनों को ही अपने पोस्टर में जगह नहीं देते हुए सिर्फ वसुंधरा राजे का फोटो लगाया.