जोधपुर.कोरोना संक्रमण के चलते कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. वहीं, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर पुलिस की ओर से चालान काटकर कार्रवाई भी की जा रही है. लेकिन अब देखा जाए तो मास्क पहनना कहीं ना कहीं पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है.
अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर बता दें कि अनलॉक- 1 के बाद दी गई छूट को देखते हुए सड़कों पर काफी भीड़-भाड़ भी दिखाई दे रही है और इसी भीड़भाड़ में अब आदतन अपराधी, चेन स्नेचिंग गिरोह, मोबाइल लूटने वाले गिरोह भी सक्रिय हो चुके हैं. कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने मास्क पहनना अनिवार्य किया, लेकिन यह आदतन अपराधी और बदमाश प्रवृत्ति के लोग मास्क पहनकर अपराधों को अंजाम दे सकते हैं, जिससे कि उन्हें आसानी से पहचाना ना जा सके. इसको लेकर अब पुलिस भी सक्रिय हो चुकी है.
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डीसीपी ईस्ट धर्मेंद्र यादव ने बताया कि लॉकडाउन के ढील मिलने और अनलॉक-1 शुरू होने के साथ ही आदतन अपराधियों और लुटेरों पर पुलिस की ओर से निगरानी रखना शुरू कर दिया है. क्योंकि, वह लोग मास्क की आड़ में बड़ी आसानी से किसी भी अपराध को अंजाम दे सकते हैं, जिसके चलते पुलिस ने अब जेल से छूटने वाले आदतन अपराधी और पूर्व में जेल जा चुके चेन स्नेचिंग गिरोह सहित अन्य अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर है.
डीसीपी ने बताया कि पुलिस के जवानों को सादे वस्त्रों में अलग-अलग इलाकों में तैनात कर दिया गया है और वह लोग ऐसे अपराधियों पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही डीसीपी ने आम जनता से अपील की है कि अगर उन्हें उनके इलाके में कोई संदिग्ध युवक दिखाई दे तो वे तत्काल रूप से पुलिस को सूचना दें, जिससे अपराध होने से पहले उस पर लगाम लगाया जा सके.