जोधपुर. बालिका के जन्म को प्रोत्साहन व लिंगानुपात बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार की ओर से पीसीपीएनडीटी एक्ट लागू किया गया, जिसके तहत जन्म से पूर्व भ्रूण लिंग जांच करना गैरकानूनी श्रेणी में आता है. इसी के तहत गुरुवार को पीसीपीएनडीटी टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बलवंत मंडा ने बताया कि मुखबिर की सूचना मिली थी कि एक श्रवण नाम का युवक भ्रूण जांच करने में लिप्त है. इस सूचना की तहकीकात कर सूचना की सत्यता की जांच की गई. आरोपी को दबोचने के लिए टीम ने एक डमी गर्भवती महिला (बोगस ग्राहक) को तैयार किया. इसके लिए आरोपी महिला की सोनोग्राफी कर भ्रूण लिंग जांचने करने के लिए 23,000 रुपये की राशि तय की गई. पीसीपीएनडीटी टीम जोधपुर की ओर से मुखबिर से नियमित जानकारी के आधार पर आरोपी श्रवण को गिरफ्तार करने के लिए निरंतर पड़ताल जारी रखी गई. 18 फरवरी 2021 को उक्त डमी महिला की सोनोग्राफी के भ्रूण जांच करने की बात तय हुई. इसके बाद आरोपी श्रवण ने उक्त महिला को पावटा स्थित राइकाबाग रोडवेज बस स्टेशन बुलाया. जहां से गर्भवती महिला (बोगस ग्राहक) व सहयोगी को अपने साथ शास्त्री नगर स्थित डॉ. पीयूष डाइग्नोस्टिक सेंटर लेकर गया. आरोपी इतना शातिर है कि उन्होंने इस दौरान इधर-उधर घुमाते हुए लेकर गया, ताकि कोई उसका पीछा नहीं कर सके. परंतु पीसीपीएनडीटी टीम ने उससे दो कदम आगे रणनीति बनाते हुए उसके मंसूबो को धराशाही करते उसका पीछा किया.