जोधपुर.भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की जोधपुर इकाई में सोमवार से दो दिवसीय राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन शुरू होने जा रहा (National conference on non communicable diseases in Jodhpur) है. इस सम्मेलन में देश के 7 राज्यों के नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिसर्च से जुड़े विशेषज्ञ भाग लेंगे. इसके अलावा नॉन कम्युनिकेबल डिजीज को लेकर पॉलिसी बनाने से जुड़े नीति निर्धारक भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे.
जोधपुर में जुटेंगे नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिसर्च के क्रियान्वयन को लेकर विशेषज्ञ - नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिसर्च
आईसीएमआर के जोधपुर स्थित संस्थान में सोमवार से नॉन कम्युनिकेबल डिजीज से जुड़े विशेषज्ञ और इसे लेकर पॉलिसी बनाने नीति निर्धारक (National conference on non communicable diseases in Jodhpur) जुटेंगे. IRIS-2022 के नाम से होने वाले इस सम्मलेन का उद्देश्य नॉन कम्युनिकेबल डिजीज को लेकर हुई रिसर्च को क्रियान्वित करना है.
![जोधपुर में जुटेंगे नॉन कम्युनिकेबल डिजीज रिसर्च के क्रियान्वयन को लेकर विशेषज्ञ National conference on non communicable diseases in Jodhpur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15419441-161-15419441-1653836487493.jpg)
जोधपुर स्थित राष्ट्रीय असंचारी रोग कार्यान्वयन अनुसंधान संस्थान (एनआईआईआरएनसीडी) के निदेशक डॉ अरुण शर्मा ने बताया कि 30 व 31 मई को आयेाजित होने वाले इस सम्मेलन का (IRIS-2022) उद्घाटन आईसीएआर के महानिदेशक प्रो बलराम भार्गव करेंगे. दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न वैज्ञानिक सत्रों में बीमारियों के उपचार व इसमें कमियों पर चर्चा होगी. इसके अलावा देश में इन विषय पर हुए शोध को लेकर भी एक शोध पत्रिका का विमोचन किया जाएगा. नॉन कम्युनिकेबल डिजीज के विशेषज्ञ चिकित्सक भी अपनी अपनी बात रखेंगे. सम्मेलन का उद्देश्य इस क्षेत्र में होने वाली रिसर्च (Research on non communicable diseases) को क्रियान्वयन करना है, जिससे उसका लाभ मिल सके.
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