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सालवा कला में लोक देवता की मूर्ति का अपमान, बेनीवाल ने जताई नाराजगी - नागौर सांसद एवम राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल

सांसद हनुमान बेनीवाल ने सालवा कला में लोकदेवता वीर तेजाजी के अपमान (Insult Of Lok devta at Salwa kalla) पर नाराजगी जताई है. ट्वीट के माध्यम से उन्होंने असामाजिक तत्वों के इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए शीघ्र गिरफ्तारी की मांग रखी है.

Insult Of Lok devta at Salwa kalla
लोक देवता की मूर्ति का अपमान

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Published : May 11, 2022, 9:02 AM IST

जोधपुर. शहर के निकवर्ती गांव में लोक देवता वीर तेजाजी की मूर्ति का अपमान (Insult Of Lok devta at Salwa kalla) करने का मामला सामने आया है. इसको लेकर डांगियावास थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. डांगियावास थाना पुलिस ने बताया कि सालवा कला केरली नाड़ी निवासी घेवर राम ने पुलिस को इसकी रिपोर्ट दी है. अपनी रिपोर्ट में शिकायकर्ता ने बताया है कि केरली नाड़ी पर स्थापित लोक देवता एवं जाट समाज के आराध्य वीर तेजा जी की मूर्ति पर सोमवार रात को अज्ञात लोगों ने वाहन प्रयुक्त होने वाली सामग्री ग्रीस सहित पोत दिया. इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है. इस पर कार्रवाई की जाए.

बेनीवाल ने किया ट्वीट: इधर इस घटना की जानकारी मिलने पर नागौर सांसद एवम राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने ट्वीट (MP Hanuman Beniwal enraged) कर इस घटना को लेकर रोष जताया है. साथ ही उन्होंने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने यह जानकारी भी दी की घटना की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग सहित अन्य नेताओं ने घटनास्थल का दौरा भी किया है. फिलहाल इस मामले में पुलिस पड़ताल कर रही है.

बेनावाल का ट्वीट

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कौन हैं वीर तेजाजी:वीर तेजा या तेजाजी एक राजस्थानी लोक देवता (Rajasthani Lok Devta Veer Tejaji) हैं. उन्हें शिव के प्रमुख ग्यारह अवतारों में से एक माना जाता है. तेजाजी ने अपने जीवन को सामाजिक सुधार और मूल्यों की खातिर न्योछावर कर (Insult Of Lok devta at Salwa kalla) दिया था. वीर तेजा राजस्थान के इतिहास में प्रसिद्ध महापुरुषों में से एक थे. कहा जाता है कि सांप के जहर के तोड़ के रूप में गौ मूत्र और गोबर की राख के प्रयोग की शुरुआत सबसे पहले तेजाजी ने की थी. लोक देवता तेजाजी का गौ रक्षा के लिए हुआ मार्मिक बलिदान उनको लोकदेवता की श्रेणी में ले आया.

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