जोधपुर. संभाग के सबसे बड़े मथुरा दास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में बुधवार को एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई (Misidentification of dead body kept in the mortuary) है. यहां शव की गलत शिनाख्त हो गई. शहर के राईकाबाग निवासी मृतक मानसिंह के परिजन उसकी जगह रामेश्वर लाल का शव मोर्चरी से लेकर आ गए. शव की घर पर अंतिम संस्कार की तैयारी हो गई. अचानक घरवालों को अस्पताल प्रशासन ने सूचना दी कि जिस शव की पहचान कर लाए हैं वह रामेश्वर लाल का शव है. इसके बाद शव को वापस एमडीएम मोर्चरी लाया गया और रामेश्वर लाल के परिजनों को सुपर्द किया गया. अगर थोड़ी देर हो जाती तो अंतिम संस्कार की यात्रा शुरू हो जाती.
दरअसल जोधपुर के उदयमंदिर थानांतर्गत राइका बाग निवासी मानसिंह पुत्र भंवर सिंह की बुधवार को उपचार के दौरान मृत्यु हुई थी. उसका शव मोर्चरी में रखा था. शव लेने पहुंचे परिजनों ने रोहट निवासी रामेश्वरलाल के शव की मानसिंह के रूप शिनाख्त कर दी. साथ ही शव लेकर चले गए.
कुछ देर बाद पाली जिले के रोहट निवासी रामेश्वर लाल के परिजन शव लेने पहुंचे तो उन्हें मानसिंह का शव दिखाया गया जिसकी परिजनों ने शिनाख्त नहीं की और विरोध जताया. इसके बाद कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए. अधीक्षक कार्यालय को सूचित किया गया. पता किया तो सामने आया कि कुछ देर पहले मानसिंह का शव लेने आए परिजनो ने गलत शिनाख्त कर रामेश्वरलाल का शव लेकर चले गए थे.