जोधपुर.25 अप्रैल 2018 को आसाराम को नाबालिग के साथ यौन शोषण के आरोप में प्राकृतिक जीवन तक कारावास की सजा सुनाई गई. तब से लेकर अब तक सजा को कम करवाने और जमानत के लिए आसाराम ने कई प्रयास किए, लेकिन कहीं भी राहत नहीं मिली. मंगलवार रात अचानक आसाराम की तबीयत ज्यादा बिगड़ने की सूचना आती है और कुछ देर बाद आसाराम महात्मा गांधी अस्पताल में पुलिस वाले के कंधे पर हाथ रख चलता हुआ नजर आता है.
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इस बीच यह सवाल उठने लगा कि क्या इस उम्र में सीने में दर्द होने के बाद भी कोई व्यक्ति चल सकता है? यह सवाल इसलिए उठने लगे हैं क्योंकि आसाराम की मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक जितनी भी रिपोर्ट हुई है वे सभी नार्मल पाई गई है. मतलब साफ है कि आसाराम पूरी तरह से स्वस्थ है, तो फिर क्यों उसने मंगलवार रात करीब 9:00 बजे जेल में शिकायत दर्ज कराई कि उसके सिर में दर्द है और उसे बेचैनी हो रही है.
कहा जा रहा है कि यह कहीं आसाराम की कोई सोची-समझी नीति तो नहीं कि उसे मंगलवार रात को बाहर आना था. खास बात यह भी है कि आसाराम के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचने से पहले ही रात को उसके भक्त आसपास के इलाके में जमा हो गए, यानी कि सब कुछ तय था लेकिन क्यों इसका जवाब किसी के पास नहीं है?
बता दें, अस्पताल में आसाराम धीरे-धीरे बोलता भी रहा. इतना ही नहीं सीटी स्कैन रूम में करीब एक घंटे तक वह पुलिस, डॉक्टर और कर्मचारियों से बातें करता हुआ नजर आया. उसके बाद जब उसे एमडीएम रेफर किया था तो वहां भी बिना किसी के सहारे चलता हुआ लिफ्ट से सीसीयू तक पहुंचा.