जोधपुर.आज 2020 का अंतिम दिन है. यू तो ये काफी सारी चीजों के लिए याद किया जाएगा, लेकिन अगर कुछ है जो कोई व्यक्ति जिंदगी भर नहीं भूलेगा तो वह है 2020 में कोरोना का आना. जिस वजह से करोड़ों लोग संक्रमित हुए और लाखों लोगों की जान गई. साल 2020 में कोरोना वैश्विक महामारी को रोकने को लिए 3 महीने तक लॉकडाउन भी लगाया गया. जिसके चलते अपराधों में भी काफी कमी आई, लेकिन कोरोना में आई बेरोजगारी के कारण लॉकडाउन खुलने के साथ ही आपराधिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली.
जोधपुर पुलिस आयुक्तालय की बात करे तो साल 2019 के मुकाबले साल 2020 में दर्ज होने वाले मामलों में कमी आई है. साल 2020 में दर्ज हुए मामलों में कमी आने का कारण कही ना कही कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन का होना सामने आया है. जोधपुर पुलिस आयुक्तालय में साल 2020 में 7511 मामले दर्ज हुए है, जिनमे सबसे ज्यादा धोखाधड़ी ओर आईटी एक्ट के मामले सामने आए हैं. साल2020 में जोधपुर पुलिस आयुक्तालय में 882 धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए है और मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण 333 मामलों की फाइल्स को बंद भी कर दिया गया.
हथियारों की धरपकड़ की ज्यादाः
साल 2020 की बात कर रहे तो जोधपुर पुलिस आयुक्तालय में साल 2020 में अवैध हथियारों और अवैध मादक पदार्थों को लेकर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई देखने को मिली. शहर की जिला स्पेशल टीम में पुलिस कमिश्नर और जिला एसपी के निर्देशन पर भारी मात्रा में अवैध हथियार पकड़े. साथ ही हजारों किलो अवैध डोडा पोस्त को भी जब्त किया. जोधपुर जिला पूर्व की बात करें तो साल 2019 में पुलिस द्वारा आर्म्स एक्ट के 14 मामले दर्ज कर 15 पिस्टल और 35 जिंदा कारतूस को जप्त किया था.
पढ़ेंःSpecial : राजधानी में फिर चला JDA का 'पीला पंजा'...अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ खोला मोर्चा
साल 2020 में जोधपुर जिला पूर्व के एसपी धर्मेंद्र यादव के निर्देशन में आर्म्स एक्ट के 51 मामले दर्ज किए गए ओर और एक कार्बाइन गन, तीन बंदूक, 66 पिस्टल और 107 जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं. वहीं, जोधपुर आयुक्तालय के पश्चिम जिले में साल 2020 में हथियारों के संबंधित 33 मुकदमे दर्ज किए गए हैं जिसमें पुलिस ने 51 पिस्टल के साथ 54 जिंदा कारतूस जब्त किए है.