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Published : Nov 16, 2020, 4:23 PM IST

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जोधपुर: भाई दूज के मौके पर कायस्थ समाज की ओर से किया गया कलम-दवात का पूजन

जोधपुर में सोमवार को कायस्थ समाज की ओर से भाई दूज पर भगवान चित्रगुप्त की जयंती मनाई गई. इसी के साथ आयोजित कार्यक्रम में कमल-दवात की पूजा भी की गई और कलम-दवात वितरित किए गए.

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जोधपुर में भाई दूज पर कलम-दवात की पूजा

जोधपुर.शहर में भैया दूज के अवसर पर सोमवार को कायस्थ समाज ने अपने कुलदेवता और आराध्य भगवान चित्रगुप्त की जयंती मनाई. इसके बाद चौपासनी कायस्थ समाज विकास संस्थान के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में कमल, दवात का पूजन किया गया. वहीं, इस बार कोरोना की वजह से समाज ने शोभायात्रा का कार्यक्रम स्थगित किया है.

जोधपुर में भाई दूज पर कलम-दवात की पूजा

संस्थान के सचिव जगदीशलाल माथुर ने बताया कि भाई दूज के दिन कायस्थ समाज अपने कुल देवता की आराधना समाज के मंदिर में करता है. उसके बाद शोभायात्रा प्रारंभ होती है लेकिन इस बार सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए शोभायात्रा नहीं निकाली गई है.

साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान चित्रगुप्त की जयंती के अवसर पर समाज के लोगों को संस्थान में कलम और दवात का वितरण किया गया. जिसके बाद सभी ने सामूहिक रूप से इसकी पूजा की. इसके अलावा कायस्थ समाज के हर घर में पूजा की गई. इसके बाद समाज के सदस्यों की ओर से महाप्रसादी का आयोजन किया गया. जिसमें कई समाज के वर्गों ने भाग लिया.

भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का पर्व भाई दूज आज, जानिए यमराज से उनकी बहन ने क्या लिया वचन?

यम दिव्तीया यानी भाई दूज का पर्व सोमवार को है. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मनाने के उद्देश्य से भाई दूज शुभ मुहूर्त में ये पर्व मनाया जाएगा. बहन अपने भाई को तिलक कर उनकी सफलता, मनोकामना पूर्ति की कामना करेंगी. भाई दूज पर सजी हुई थाली में बहने अपने आंचल में खुशियां भरकर भाई के संग कुछ स्वप्न सुहाने लेकर इस पर्व को मनाती है. साथ ही भाईदूज पर भाई भी अपनी बहनों को खूबसूरत तोहफे देते हैं.

ज्योतिषाचार्य डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि भाई दूज का महत्व यम और यमी से है. एक बार यमराज अपनी बहन यमी यानी यमनादेवी के घर गए थे. जहां उन्होंने अपनी बहन के हाथ का स्वादिष्ट भोजन किया, जिससे यमराज बहुत प्रसन्न हुए. उसके बाद जब यमराज जाने लगे तब यमी ने उनके ललाट पर तिलक लगाया.

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