जोधपुर. सामान्य नागरिक को आधारभूत सुविधाएं मिलती रहे, इसके लिए नगर निगम चुनाव के जरिए प्रतिनिधि को चुनने के मौका मिलता है. जिसमें सफाई, सिवरेज, सार्वजनिक रोशनी जैसे सुविधाएं महत्वपूर्ण हैं लेकिन इन चुनावों में भी जीतने के बाद पार्षद लोगों को इन सुविधाओं से महरूम रखते हैं. ऐसे में इस बार जोधपुर की जनता इस बार अपने अधिकारों को लेकर सजग है.
इस बार जोधपुर में नगर निगम चुनाव को लेकर मतदाताओं ने ठान लिया है कि जिन नेताओं ने काम नहीं किए करवाएं उन्हें वोट नहीं दिया जाए. बता दें कि भीतरी शहर की तंग गलियों में निवासी सफाई को लेकर परेशान हैं क्योंकि तंग गलियों का सिवेरज सिस्टम कारगर नहीं है.
हर साल इसको लेकर काम होते हैं लेकिन सफल नहीं होते हैं. जिससे एक तरफ सरकार पैसा भी व्यर्थ जा रहा है और लोग भी परेशान हो रहे हैं. भीतरी शहर के लोगों ने ठान लिया है कि काम नहीं करने पर अपने वोट के अधिकार को इस्तेमाल कर बताएंगे कि जनता की ताकत क्या होती है.
गलियों में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते बैनर आ रहे नजर
भीतरी शहर के निवासी समाजसेवी आंनद बोडा ने गलियों में ऐसे बैनर लागए हैं, जिन पर नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान उठाए गए हैं. आंनद बोडा का मानना है कि यहां कोई भी काम नियम से नहीं हो रहा है. सालों से क्षेत्र की हालत जस की तस है. ऐसे में आगे क्या होगा इसके लिए हमें सोचना चाहिए. ऐसे आदमी को चुनना होगा जो जनता का भला कर सके.