जोधपुर.पुलिस कमिश्नरेट की चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने अपनी पड़ताल में पाया कि ट्रक लूट की पूरी योजना जेल में बनी (Jodhpur Truck loot case Solved) थी. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक बोलेरो गाड़ी भी जब्त की है. इसके साथ ही 3 करोड़ की कीमत का कपड़ा भी बरामद किया है. थाना अधिकारी जुल्फिकार ने बताया कि 2 मई को प्रार्थी राजेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी.
अपनी रिपोर्ट में उसने बताया था कि उसकी ट्रांसपोर्ट कंपनी का एक ऑफिस ट्रांसपोर्ट नगर सूरत में है. वहीं से सूरत से जम्मू के लिए माल पहुंचाने के लिए ट्रक ड्राइवर मंछाराम कपड़े के बंडल गाड़ी में भरकर बिल्टी और चालान लेकर सूरत से जम्मू के लिए रवाना हुआ. लेकिन वो जम्मू नहीं पहुंचा काफी कोशिशों के बाद भी ड्राइवर से संपर्क नहीं हो पाया और उसका फोन भी बंद पाया गया. अपने स्तर पर जब खोजबीन की तो पाया कि 28 अप्रैल को जोधपुर में महिपाल सिंह चारण ने दो तीन लोगों के साथ मिलकर गाड़ी को लूट लिया है. जिस पर मामला दर्ज किया गया.
हुआ खुलासा कैसे और कहां रची थी साजिश थाना अधिकारी के मुताबिक 28 अप्रैल को दिनेश कुमार की सूचना पर पुलिस ने अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया. टीम गठित की और टोल नाका पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले (Truck loot case solved by Jodhpur Police). जांच के बाद पुलिस ने माणकलाव गांव से हर्षवर्धन सिंह के खेत में बने मकान पर दबिश दी. वहां से ट्रक और 261 कपड़े के बंडल बरामद किया. इनमें 26 बंडल कम पाए गए. पूछताछ के बाद आरोपी रहमतुल्ला और हर्षवर्धन सिंह को गिरफ्तार किया और फिर घटना में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी भी बरामद कर ली गई.
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यूं बनी लूट की योजना: दरअसल जोधपुर जेल में श्यामलाल विश्नोई, महिपाल चारण और रहमतुल्ला की दोस्ती हुई थी. महिपाल और रहमतुल्ला जमानत पर बाहर आ गए. महिपाल जेल से जमानत होने के पश्चात पोकरण गया और जेल में बंद श्यामलाल से फोन पर संपर्क किया. जिस पर जेल में बंद श्यामलाल ने मोबाइल से महिपाल और रहमतुल्ला को लूट और गबन की पूरी योजना बताई. महिपाल ने ट्रक खरीदने के लिए रहमतुल्ला से पैसे लगाने की बात कही और अपना भागीदार बनाया. महिपाल ने अपने हिस्सेदार मनोहर सिंह चारण और मंछाराम रेबारी को योजना में शामिल कर लिया.
योजना में सभी का हिस्सा तय हुआ और श्याम लाल के कहने पर 26 अप्रैल को सूरत से न्यू प्रिंस ट्रांसपोर्ट से कीमती सामान जिसमें महिलाओं के सलवार सूट और कीमती सामान भरकर जम्मू के लिए रवाना हुए. योजना के तहत श्यामलाल और महिपाल चारण के निर्देशानुसार ट्रक को गायब करने के लिए पहले मेहसाणा में कोशिश की गई और उसके बाद पालनपुर टोल नाके और सिरोही में भी कोशिश की गई. यहां माल का कोई खरीदार नहीं मिला. जिसके बाद ट्रक को लेकर ये सभी जोधपुर पहुंचे. इस दौरान महिपाल और उसके साथियों में लालच आ गया.
साजिश पर साजिश:लालच में आट्रक में से श्यामलाल के आदमी दिनेश को नीचे उतारा गया. इसके बाद महिपाल, ड्राइवर मंछाराम, रहमतुल्ला, मनोहर ने योजना बनाई. अपने दोस्त नेनू , रणवीर सोलंकी और हर्षवर्धन के साथ उनकी बोलेरो गाड़ी डाली बाई का मंदिर से पहले बालाजी स्टोन के पास ट्रक के आगे लगा दी. फिर ट्रक में सवार दिनेश विश्नोई को डरा धमका कर भगा दिया. महिपाल अपने दोस्तों के साथ मिलकर ट्रक गाड़ी को लूट कर भाग गया.