जोधपुर.अंतरराज्यीय अफीम की तस्करी तो लगातार होती रही है, लेकिन जोधपुर पुलिस ने अफीम तस्करों के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन व रूट का पता लगाया है, जिसके रास्ते तस्कर म्यांमार से मारवाड़ तक अफीम ला रहे हैं. गत दिनों अफीम तस्करी में तस्करों के आपसी विवाद के चलते हुए डबल मर्डर प्रकरण में पुलिस ने जब एक के बाद एक तस्कर को धरना शुरू किया तो सामने आया कि जिस अफीम की खेप को लेकर उपजे विवाद से मर्डर हुए, वह म्यांमार से मणिपुर व मणिपुर से गुहावाटी होते हुए जोधपुर तक पहुंची थी, जिसे पूरे मारवाड़ में खपाया जाना था. यह क्रम तस्करों का लंबे समय से जारी है.
जोधपुर पुलिस पश्चिम के उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव के अनुसार तस्करों से पूछताछ में यह पता चला है कि अफीम की खेप म्यांमार से जोधपुर आई थी. इसके लिए मणिपुर से गुहावाटी तक कई चैनल बने हुए हैं, जिसके मार्फत अफीम पहुंचती है. इसके बाद इसे चाय की पत्ती के ट्रक में डालकर निकाला जाता है, जिससे अफीम गंध नहीं आए. इसके बाद अलग अलग रास्तों से यह अफीम जोधपुर तक पहुंचती है.
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उपायुक्त के अनुसार इस मामले की जानकारी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को दी है, जिससे वे इस बड़े सर्किट की पड़ताल कर सकें. इससे पहले झारखंड से अफीम आती रही है, जिसका खुलासा हुआ था. अब माना जा रहा है कि मारवाड़ के तस्करों ने झारखंड के तस्करों से आगे निकल कर सीमा क्षेत्र में कनेक्शन बना लिए हैं.