जोधपुर.शहर के पॉश इलाके श्याम नगर व शास्त्रीनगर में गत माह नौकरों द्वारा की गई नकबजनी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने 4 महिलाओं व दो पुरुषों को जयपुर से गिरफ्तार किया है. डीसीपी वेस्ट दिगत आनंद ने बताया कि देवनगर व शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र में हुई नकबजनी की घटनाओं को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया था. टीम ने सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी इनपुट के आधार पर लगातार मॉनिटरिंग करते हुए इस गिरोह को गिरफतार (Jodhpur police nabbed Bhagalpur gang) करने में कामयाबी हासिल की है. इसके लिए एक टीम को भागलपुर के कहलगांव भी भेजा गया था. जिसने वहां कई दिनों तक नजर रखी.
पढ़ें:Looteri Dulhan in Barmer: 3 लाख रुपए लेकर शादी करने वाली दुल्हन निकली 2 बच्चों की मां, हो चुकी है नसबंदी
इस दौरान यह सामने आया कि सभी सदस्य एक शहर में घटना करने के बाद दूसरे शहर चले जाते हैं. इसके बाद अलग-अलग गांव आते हैं. पुलिस को जब पता चला कि सभी सदस्यों ने एक साथ जयपुर कमिश्नरेट के उत्तर जिले में एक वारदात को अंजाम दिया था. वहां से वापस भागलपुर जाने की फिराक में थे, उसी समय देवनगर थाने की विशेष टीम ने जयपुर से उन्हें गिरफ्तार किया.
पढ़ें:Theft Case In Jodhpur : मां को बेटी के पास जाना पड़ा मंहगा, चोरों ने 27 तोला सोना किया पार...
इस टीम में थानाधिकारी जयकिशन सोनी, सबइंस्पेक्टर मनोज कुमार, सहायक उपनिरीक्षक अनिल कुमार के अलावा राजेश कुमार, प्रेम चौधरी, बलवीर चौधरी व बद्रीराम शामिल थे. आरोपियों से दो किलो चांदी के बरतन बरामद हुए हैं, जो उन्होंने जयपुर में एक कोठी से चुराना बताया है.
सस्ते कमरे किराए पर लेकर पॉश कॉलोनी जाते
पुलिस ने बताया कि टीम की सरगना पूनम उर्फ पूजा है, जो दिल्ली जेल में सजा काट चुकी है. उसके साथ मंटूशाह व उसकी पत्नी पूजा व श्रवणकुमार ने श्याम नगर के पास कॉलोनी में कमरा किराए पर लिया था. उनके साथ ही कल्याणी व पुष्पा ने भी कमरा लिया. पूनम व उसकी साथी श्याम नगर में घनश्याम सोनी के घर झाडू, बर्तन का काम करने गई.
पढ़ें:Fraud arrested in Jaipur: पेटीएम से रुपए भुगतान करने का फर्जी यूपीआई मैसेज करके धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
कल्याणी व पुष्पा शास्त्रीनगर के प्रेम नगर में जितेंद्र बोहरा के घर गई. कल्याणी ने 6 दिसंबर को वहां से चार तोला सोना व 75 हजार नगर पर हाथ साफ किया. 9 दिसंबर को पूनम व उसकी सहयोगी ने घनश्याम सोनी के यहां लाखों के जेवरात उड़ाए थे. घटना के तुरंत बाद जोधपुर छोड़कर चले गए थे.