जोधपुर.केंद्र के बाद अब जल्द ही राज्य सरकार का बजट आने वाला है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद विपक्ष में रहने के दौरान इस बात का आरोप लगाते रहे हैं कि भाजपा के राज में पांच साल जोधपुर की उपेक्षा हुई है. ऐसे में अब कमान उनके पास है और जोधपुर की जनता को बीते पांच सालों की कमी पूरी करने की उम्मीद बंधी है.
सूर्य नगरी के बाशिंदों का मानना है कि प्रमुख रूप से राज्य सरकार के बजट से जोधपुर के लिए पेयजल की बढ़ती समस्या का समाधान हो जाए. इसके लिए इंदिरा गांधी नहर परियोजना के तृतीय चरण की घोषणा जरूरी है. जिससे आने वाले दस से 15 साल तक जोधपुर पीने के पानी के मामले में सुरक्षित हो सकेगा.
जोधपुर के लोगों को बजट से उम्मीद इसके अलावा जोधपुर सहित पूरे पश्चिमी राजस्थान में साइबर अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है. इस पर नियंत्रण के लिए पुलिस स्तर पर एक ही थाना जयपुर में है. ऐसे में जोधपुर में इसके विशेषज्ञों के साथ एक थाना खुले जिससे लोगों को कुछ राहत मिले. इसके अलावा शहर के प्रमुख महामंदिर से सोजती गेट होते हुए चौपासनी रोड तक ट्रैफिक की समस्या से निजात पाने के लिए एलिवेटेड रोड की जरूरत है. भाजपा राज में भी इसको लेकर कई बार मांगे उठी लेकिन अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ.
ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गृहनगर को यह सौगात दे सकते हैं. साथ ही शहर के अस्पतालों के पांच साल में रूके काम शुरू होकर पूरे हो इसको लेकर भी लोगों आशान्वित हैं.