जोधपुर.सुनवाई के दौरान आयुर्वेद विभाग की ओर से सीलबंद लिफाफे में परिणाम पेश किया गया था, जिसे खोला गया तो सभी याचिकाकर्ता द्वितीय वर्ष की परिक्षा में अनुर्तीण घोषित किए गए हैं. न्यायालय ने परिणाम घोषित करने के निर्देश के साथ याचिकाए निस्तारित कर दी.
दरअसल, याचिकाकर्ताओं ने मार्च माह में याचिकाए पेश करते हुए कहा था कि बीएचएमएस द्वितीय वर्ष की परीक्षा में उन्हे शामिल नहीं किया जा रहा है. उनका साल बर्बाद हो जाएगा. इस पर न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं को द्वितीय वर्ष की परीक्षा में शामिल करने के निर्देश दिए, लेकिन उनका परिणाम न्यायालय की अनुमति के बगैर घोषित करने पर रोक लगा दी थी.