जोधपुर. एसएचओ लीलाराम (SHO Leelaram) सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की घोषणा के बाद लगातार ट्विटर पर हो रहे ट्वीट (#SHO_लीलाराम_टीम_को_बहाल_करो) को कुछ देर पहले ही जोधपुर पुलिस कमिश्नर के अधिकारी हैंडल से भी रिट्वीट किया गया है. यानी कि पुलिस कमिश्नरेट भी इस फैसले से नाखुश है.
जिस फैसले को लेकर पिछले 4 दिनों से पुलिस कमिश्नर जोश मोहन खुद अडिग थे कि वह निलंबन नहीं करेंगे, लेकिन रविवार को राजनीतिक दबाव के चलते एडीजी रवि प्रकाश मेहरडा (ADG Crime Ravi Prakash Mehrdha) जब निलंबन की घोषणा कर रहे थे तो पुलिस कमिश्नर भी उनके पास खड़े थे. लेकिन उनके हाव-भाव बता रहे थे कि वह इस फैसले से नाखुश हैं.
राजनीति को बताया जा रहा है जिम्मेदार...
SHO लीलाराम सहित इस प्रकरण में निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों के पक्ष में ट्वीट किए जा रहे हैं. उनमें कहा जा रहा है कि राजनीति के गिरते स्तर के चलते अपनी जान की बाजी लगाने वाले पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया जा रहा है. एनकाउंटर में मारे गए बदमाश लवली कंडारा के परिवार को नौकरी और पुलिसकर्मियों को दंड कहां की परंपरा है.
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क्या अब आदेश आएगा या नहीं ?
वाल्मीकि समाज के नेताओं के साथ कांग्रेस के प्रतिनिधि भी इस वार्ता में शामिल थे, जिसमें पुलिस कमिश्नर जोश मोहन और एडीजी रवि प्रकाश मेहराडा (ADG Crime Ravi Prakash Mehrdha) साथ थे और उसके बाद निलंबन की घोषणा की गई. लेकिन यह तय नहीं किया गया कि निलंबन कब होगा. ऐसे में इस बात को लेकर भी सवाल उठ रहा है कि आखिर निलंबन का आदेश आएगा या नहीं. जबकि इसी आश्वासन पर वाल्मीकि समाज पोस्टमार्टम पर राजी हुआ था.