जोधपुर. भारत को डायबिटीज का कैपिटल कहा जाता (diabetes cases in India) है. देश में लगभग 7 करोड़ से अधिक मधुमेह रोगी हैं. डायबिटीज पेशेंट को खानपान और दिनचर्या का बेहद ख्याल रखना पड़ता है. ऐसे में वो अपनी डाइट को सही से समझ लें तो उन्हें खुद समझ आ जाएगा क्या खाए कि शुगर का लेवल सही रहे. जोधपुर के MBM यूनिवर्सिटी से पासआउट दो इंजीनियरों ने डायबिटीज रोगियों की समस्या को समझा और ऐसी डिवाइस तैयार की, जो शरीर की 24 घंटे शुगर लेवल की लाइव मॉनिटरिंग करती है.
दुनिया में चीन के बाद भारत में सबसे अधिक मधुमेह रोगी हैं. ये आंकड़ा बताता है कि विश्व का हर छठा डायबिटिक भारतीय रोगी है. ऐसे में मात्र डॉक्टर के परामर्श से ही इसे नियंत्रित रखना आसान नहीं है. ऐसे में जोधपुर के इंजीनियर ने जब घर में पिता को डायबिटीज से जुझते देखा तो उन्हें समझ आया कि शुगर की मरीज की समस्या रहती है कि क्या खाए और क्या ना खाए जिससे उनका शुगर लेवल सही ट्रैक पर रहे. ऐसे में उन्होंने अपने साथी के साथ मिलकर ऐसी डिवाइस तैयार की, जो मधुमेह पेशेंट की शुगर लेवल पर डॉक्टर के भांति कड़ी मॉनिटरिंग करती है (Jodhpur engineers Sugar Monitoring Device). ये डिवाइस हाथ पर पहनी जाती है.
टॉप 7 स्टार्टअप में इनोवेशन को मिली जगह
यह इनावेशन को करने वाले प्रयागराज के सौरभ पांडे और नागौर के योगेश चौधरी एमबीएम यूनिवर्सिटी से इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रोनिक्स कंप्यूटर ब्रांच से पासआउट हैं. उन्होंने डाइटओश्योर के नाम से डिवाइस (DietOSure Device) बनाई है. खास बात यह है कि इस डिवाइस को हाल ही में केंद्र सरकार के मेडटेक एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (MedTech Entrepreneurship Program Top startup) के तहत टॉप 7 स्टार्टअप में जगह मिली है. दोनों युवा अपनी वेबसाइट के माध्यम से कई लोगों को यह सेवा दे रहे हैं. ये दोनों सौ से ज्यादा लोगों का 14 दिन का ट्रॉयल कर चुके हैं. अब वे अपने इस प्रोडक्ट को व्यावसायिक स्तर पर आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं.