राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Unique Initiative By Jodhpur Doctor: यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का अपनाया नायाब तरीका, लग्जरी कार के साथ किया कुछ ऐसा सब रह गए हैरान!

लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं से दुखी होकर जोधपुर के एक डॉक्टर ने लोगों को Aware करने की (Unique Initiative By Jodhpur Doctor) ठानी. उनकी ये पहल लोगों को आकर्षित भी कर रही है और सीख भी दे रही है. नायाब तरीके की चर्चा चौतरफा हो रही है. लग्जरी कार के साथ कुछ ऐसा किया की सब दाद दे रहे हैं.

By

Published : Dec 14, 2021, 2:32 PM IST

Unique Initiative By Jodhpur Doctor
यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का अपनाया नायाब तरीका

जोधपुर: लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए जोधपुर के एक डॉक्टर ने अपनी कार पर ही स्लोगन लिखवा डाला (Unique Initiative By Jodhpur Doctor) जिससे कि लोग हमेशा यातायात नियमों (Road Safety Rules On Car In Jodhpur) की पालना को लेकर जागरूक हो सकें. इसके लिए अपनी लग्जरी कार का मोह भी त्यागा.

खोला राज

डॉ खेमराज वर्मा है इन डॉक्टर साहब का नाम. उन्होंने बताया- जब मैं सऊदी अरब में था तब देखा कि वहां लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करना अपना दायित्व समझते हैं. लेकिन जोधपुर में जो देखा तो यहां नियमों की कोई पालना नहीं हो रही है. यहां रेडलाइट पर रुकना या अपनी लेन में चलना जैसे नियमों की पालना करना कोई नही समझता. लोगों को लगता है कि ट्रैफिक रूल मानना जरूरी नहीं है. ​लोग नहीं समझते कि ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने की वजह से अधिकांश हादसे होते हैं.

यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का अपनाया नायाब तरीका

Video: बहन को भाई ने 51 किलो चांदी से तोला, 1008 कन्याओं की शादी करवाने का लिया संकल्प

और फिर लिया फैसला

डॉ खेमराज बताते हैं - ये सोच कर ही मैंने लोगों को जागरूक करने का फैसला लिया. सोचा गाड़ी चलाते समय अगर लोगों को नियम (Jodhpur Doctor Initiative To Spread Awareness About Traffic And Road Safety Rules) नजर आए तो वह उसे देखें और समझे. यही सोचकर मैंने अपनी Fully ऑटोमेटिक सियाज कार पर ट्रैफिक नियम रेडियम से लिखवा दिए. जिस पर लाल और हरे कलर से 25 ट्रैफिक रूल्स स्लोगन के रूप में लिखे हैं.

डॉ खेमराज वर्मा जोधपुर के सीनियर फिजिशियन तो हैं ही साथ ही जीसीके फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने बताया, जब कार तैयार हुई तो आसपास लोगों की भीड़ लग गई. सिग्नल पर जब गाड़ी रुकती है तो जो लोग रूल्स फॉलो नहीं करते वो भी कार पर लिखे नियम पढ़ते हैं. डॉ वर्मा का कहना है संभवत: यह कार पहली ट्रैफिक अवेयरनेस कार है. जिसे तैयार करने में दस घंटे लगे और करीब 15 हजार रुपए खर्च आया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details