जोधपुर. नगर निगम के चुनाव नवंबर में प्रस्तावित है. जोधपुर नगर निगम में भाजपा का बोर्ड है और प्रदेश में कांग्रेस सरकार. वार्ड परिसीमन के बाद से ही आरोपों का दौर शुरू हो गया था. लेकिन इस बीच जोधपुर नगर निगम के महापौर घनश्याम ओझा ने आरोप लगाया है कि सरकार व स्वायत शासन विभाग सीधे नगर निगम के कार्य में हस्तक्षेप कर रहा है.
जोधपुर निगम महापौर ने लगाया सरकार पर आरोप उन्होंने आरोप लगाया कि जो कार्य या आदेश नगर निगम स्तर पर संपन्न होने चाहिए, वे स्वायत शासन निदेशालय की ओर से जारी किए जा रहे हैं जबकि ऐसी परंपरा नहीं रही है. ओझा ने कहा कि यह कर्मचारियों पर दबाव बनाने के लिए है जिससे कि सरकार की मर्जी पर काम करवाया जा सके. ओझा ने कहा कि मैंने इसको लेकर प्रोटेस्ट किया है. पदाधिकारियों को भी कहा है कि वह नियमानुसार कार्य करें.
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ओझा ने यहां तक कहा कि सरकार के मुख्यमंत्री जोधपुर से हैं. ऐसे में जोधपुर आने वाले अधिकारी शहर के लिए काम करेंगे लेकिन यहां दबाव इतना है जिसके चलते अधिकारी कोई तैयार नहीं है. नगर निगम में ही आर एस अधिकारियों के पद खाली हैं, लेकिन कोई आना नहीं चाहता और कोई आ जाता है तो काम नहीं करना चाहता है.
ओझा ने कहा कि अगर रवैया नहीं सुधरा तो बड़े स्तर पर इसका प्रोटेस्ट किया जाएगा. गौरतलब है कि जोधपुर नगर निगम के वार्डों के हाल ही में हुए परिसीमन के बाद से ही भाजपा आरोप लगा रही है कि इसमें कांग्रेसी नेताओं ने अपने मनमर्जी से अधिकारी से काम करवाए हैं और इसके बाद कई कामों में महापौर के निर्देशों की भी अवहेलना हुई है जिसके चलते महापौर को विरोध करना पड़ा. देखना भी है कि चुनाव से पहले गरमाई राजनीति आने वाले दिनों में क्या रंग दिखाती है.