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शीला दीक्षित के निधन पर जोधपुर कांग्रेस में शोक की लहर

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Published : Jul 20, 2019, 7:49 PM IST

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने दुख जताया है. उन्होंने इसको कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति बताया है.

शीला दीक्षित के निधन पर जोधपुर कांग्रेस में शोक की लहर

जोधपुर. दिल्ली की पूर्व सीएम और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित का शनिवार को देहांत हो गया. शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष थी. बताया जा रहा है कि वो काफी लंबे समय से बीमार चल रही थीं. जिसकी वजह से शनिवार को उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई.

वहीं दीक्षित के निधन पर जोधपुर में कांग्रेस प्रवक्ता अजय त्रिवेदी ने बताया कि शीला दीक्षित एक सरल और मृदु स्वभाव की महिला थी. वे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ में काम कर चुकी थी. उन्होंने दिल्ली की जनता के कल्याण को लेकर कई बड़े-बड़े काम किया है. जिसके चलते उनकी कमी हमेशा कांग्रेस पार्टी को रहेगी.

आपको बता दे कि दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने दुख जताया है. उन्होंने इसको कांग्रेस के लिए बड़ी क्षति बताया है. गहलोत ने शोक जताते हुए कहा कि शीला दीक्षित के निधन से वह स्तब्ध है. शीला दीक्षित का निधन कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ा नुकसान है. और वह एक बड़ी नेता के तौर पर हर कांग्रेसी के दिल में हमेशा याद रहेंगी.

शीला दीक्षित के निधन पर जोधपुर कांग्रेस में शोक की लहर

शीला दीक्षित दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. इसके साथ ही वे केरल की राज्यपाल भी रह चुकी हैं. शीला दीक्षित का जन्म 31 मार्च, 1938 को पंजाब के कपूरथला में हुआ है. शीला दीक्षित ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से इतिहास में मास्टर डिग्री हासिल की है. उनका विवाह उन्नाव (यूपी) के आईएएस अधिकारी स्वर्गीय विनोद दीक्षित से हुआ था. विनोद कांग्रेस के बड़े नेता और बंगाल के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय उमाशंकर दीक्षित के बेटे थे. शीलाजी एक बेटे और एक बेटी की मां हैं. उनके बेटे संदीप दीक्षित भी दिल्ली के सांसद हैं. दरअसल, मिरांडा हाउस से पढ़ाई के दौरान ही उनकी राजनीति में रुचि थी.

शीला दीक्षित का राजनीतिक सफर
शीला दीक्षित 15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहीं. शीला दीक्षित इससे पहले 1984 से 89 तक वे कन्नौज, उत्तर प्रदेश से सांसद रह चुकी हैं. इस दौरान वे लोकसभा की समितियों में रहने के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं के आयोग में भारत की प्रतिनिधि रहीं. वह राजीव गांधी सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं. शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. इसके बाद वह 2014 में केरल की राज्यपाल भी रहीं.

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