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कमाल कर दिया: जोधपुर एम्स के डॉक्टरों ने 10 घंटे में जोड़ा पूरी तरह से कटा हुआ हाथ - जोधपुर एम्स

जोधपुर एम्स के डॉक्टरों ने कमाल कर दिखाया है. डॉक्टरों ने 10 घंटे के ऑपरेशन के बाद एक युवक की कलाई से पूरी तरह कट चुके हाथ को वापस जोड़ दिया है. 5 जनवरी की शाम इम्तियाज नाम का युवक फैक्ट्री में काम कर रहा था, तभी दायें हाथ पर मशीन गिर गई. जिसके चलते कलाई तक का हाथ कट कर पूरी तरह से अलग हो गया था.

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जोधपुर एम्स के डॉक्टरों ने 10 घंटे में जोड़ा पूरी तरह से कटा हुआ हाथ

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Published : Jan 9, 2021, 8:10 PM IST

जोधपुर.जोधपुरएम्स के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने एक मजदूर का कलाई तक पूरी तरह से कट अलग हो गए हाथ को वापस जोड़ने में कामयाबी हासिल की है. इस बेहद चुनौतिपूर्ण ऑपरेशन को करने में एम्स के डॉक्टरों को खासी मशक्कत करनी पड़ी. करीब दस घंटे चले ऑपरेशन के बाद हाथ की धमनियों में रक्तप्रवाह फिर से शुरू हो पाया.

फैक्ट्री में काम करते हुए कट गया था हाथ

जोधपुर एम्स की ओर से जारी सूचना के अनुसार 5 जनवरी की शाम इम्तियाज नाम का युवक फैक्ट्री में काम कर रहा था, तभी दायें हाथ पर मशीन गिर गई. जिसके चलते कलाई तक का हाथ कट कर पूरी तरह से अलग हो गया. हादसे के बाद फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर साथी कटा हुआ हाथ लेकर एम्स इमरजेंसी में पहुंचे. यहां प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टर्स ने जांच कर तुरंत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया.

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डॉक्टरों ने बताया कि ऐसे मामलों में देरी होने से कटी हुई धमनियां और नसें खराब होने लगती हैं. डॉक्टरों की दो टीमें बनाकर ऑपरेशन शुरू किया गया. सबसे पहले ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉक्टरों ने हड्डी से हाथ जोड़ा. इसके बाद प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. प्रकाशचंद्र काला की अगुवाई में टीम ने ऑपरेशन शुरू किया. जिसमें सबसे पहले नसों को जोड़कर रक्त का प्रवाह सामान्य किया गया. इसके बाद नर्व व टेंडन को जोड़ा गया.

ऑपरेशन करीब दस घंटे चला. जिसके बाद इम्तियाज को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया. धीरे-धीरे उसके हाथ में मुवमेंट होने लगा. सामान्य रक्त प्रवाह के साथ हाथ की अंगुलियां चलने लगी. डॉक्टरों के अनुसार मरीज भविष्य में अपने हाथ से सामान्य रूप से काम कर सकेगा. इस सर्जरी में डॉ. पवन दीक्षित, डॉ. दीप्ती, डॉ. अनिकेत, डॉ. सौरभ, डॉ. सुरेश शामिल थे. इसके अलावा ऑर्थोपेडिक विभाग से डॉ. सुमित बनर्जी, डॉ. जसंवत और निश्चेतना विभाग से डॉ. स्वाति व डॉ. रक्षा ऑपरेशन में शामिल हुई.

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